Israel-Hamas War / युद्धविराम को लेकर आखिरकार राजी हुए इजरायल और हमास, बंधकों को करेंगे रिहा

इजरायल और हमास ने अगले छह हफ्तों के लिए युद्धविराम पर सहमति जताई है। कतर की मध्यस्थता से यह समझौता संभव हो सका। दोनों पक्षों के बीच अंतिम समय में विवाद सुलझ गया। हमास के हमले के बाद गाजा में छिड़े युद्ध को रोकने के लिए यह बड़ा कदम माना जा रहा है।

Vikrant Shekhawat : Jan 16, 2025, 09:10 AM

Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच पिछले कई महीनों से चल रहे संघर्ष को विराम देने के लिए एक बड़ी सहमति बन चुकी है। दोनों पक्षों ने अगले छह हफ्तों तक किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई न करने का निर्णय लिया है। यह फैसला गाजा क्षेत्र में चल रही हिंसा को रोकने और बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया है। एपी की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि गाजा में जारी युद्ध को रोकने के लिए युद्धविराम वार्ता में आखिरी क्षण में उत्पन्न रुकावट को सुलझा लिया गया है।

कैसे सुलझा विवाद?

गाजा युद्धविराम वार्ता के दौरान कई बार गतिरोध उत्पन्न हुआ। शुरुआत में हमास ने इजरायल के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था, जिसके चलते समझौते में देरी हुई। हालांकि, कतर के प्रधान मंत्री की मध्यस्थता के बाद यह विवाद सुलझ गया। कतर के अधिकारियों ने बताया कि कतर के प्रधान मंत्री ने दोनों पक्षों के साथ अलग-अलग मुलाकात की और उन्हें आपसी सहमति पर लाने में अहम भूमिका निभाई।

इस समझौते के बाद इजरायली और हमास अधिकारियों ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि गाजा में हिंसा को रोकने और बंधकों की रिहाई के लिए यह समझौता एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके तहत दर्जनों बंधकों को रिहा किया जाएगा, जिनमें से कई अभी भी गाजा में कैद हैं।

लंबे संघर्ष के बाद आई शांति की उम्मीद

यह युद्धविराम समझौता इजरायल और हमास के बीच पिछले 15 महीनों से चल रहे संघर्ष के अंत का संकेत देता है। इस दौरान दोनों पक्षों ने भारी नुकसान उठाया है।

एएफपी के आंकड़ों के अनुसार, 7 अक्टूबर, 2023 को हमास ने इजरायल पर सबसे बड़ा हमला किया था। इस हमले में 1,210 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें अधिकतर नागरिक थे। इसके अलावा हमास ने इजरायल के 251 नागरिकों को बंधक बना लिया था। इनमें से 94 अभी भी गाजा में कैद हैं, जिनमें से 34 को इजरायली सेना ने मृत घोषित कर दिया है।

अमेरिका, मिस्र और कतर की मध्यस्थता

इस समझौते में अमेरिका, मिस्र और कतर ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अक्टूबर 2023 में इजरायल पर हमास के हमले के बाद से ही इन देशों ने संघर्ष को समाप्त करने के लिए मध्यस्थता की थी। महीनों तक चली इन वार्ताओं के दौरान कई बार ऐसा लगा कि युद्धविराम होने वाला है, लेकिन अंतिम क्षणों में किसी न किसी कारण से वार्ता बाधित हो जाती थी।

हालांकि, इस बार दोनों पक्षों ने अपने मतभेदों को भुलाकर शांति की दिशा में कदम बढ़ाया है।

समझौते के मुख्य बिंदु

  1. युद्धविराम की अवधि: अगले छह हफ्तों तक कोई भी सैन्य कार्रवाई नहीं होगी।

  2. बंधकों की रिहाई: गाजा में कैद बंधकों को रिहा किया जाएगा।

  3. मध्यस्थता की भूमिका: कतर, अमेरिका और मिस्र ने दोनों पक्षों को एक मंच पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

आगे की राह

हालांकि, यह युद्धविराम एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन यह देखना बाकी है कि दोनों पक्ष शांति बनाए रखने के लिए कितने प्रतिबद्ध रहते हैं। गाजा में स्थिति अब भी तनावपूर्ण है और स्थायी शांति के लिए लंबी अवधि की बातचीत की आवश्यकता होगी। इस समझौते से यह उम्मीद जरूर जगी है कि दोनों पक्ष भविष्य में बातचीत के माध्यम से विवादों को सुलझाने के लिए तैयार रहेंगे।

निष्कर्ष

इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौता गाजा क्षेत्र में शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। कतर, अमेरिका और मिस्र की मध्यस्थता ने इस समझौते को साकार करने में बड़ी भूमिका निभाई है। हालांकि, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि छह हफ्तों के इस युद्धविराम के बाद दोनों पक्षों के बीच किस तरह के संबंध बनते हैं। उम्मीद है कि यह समझौता लंबे समय तक शांति और स्थिरता का मार्ग प्रशस्त करेगा।