Vikrant Shekhawat : Oct 09, 2024, 01:00 AM
Israel-Lebanon News: इजरायल और लेबनान के बीच हालिया संघर्ष ने एक बार फिर मध्य पूर्व में तनाव बढ़ा दिया है। लेबनान की सरकार के अनुसार, इजरायली सेना ने पिछले 24 घंटों के भीतर लेबनान के कई इलाकों पर 137 हवाई हमले किए हैं, जिससे दुनियाभर में चिंता बढ़ गई है। इन हमलों से लेबनान के आम नागरिक डरे और परेशान हैं, और यह स्थिति वहां की सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा बन गई है।हिजबुल्ला की धमकी और इजरायल पर रॉकेट हमलेइस संघर्ष में एक बड़ा किरदार हिजबुल्ला का भी है, जो कि लंबे समय से इजरायल के खिलाफ लड़ाई लड़ता आ रहा है। हिजबुल्ला के कार्यकारी नेता शेख नईम कासिम ने हाल ही में इजरायल को एक कड़ी चेतावनी दी थी, जिसमें उन्होंने कहा कि इजरायल के नागरिकों को बड़े पैमाने पर विस्थापित होना पड़ेगा। हिजबुल्ला ने इजरायल के भीतरी इलाकों को निशाना बनाते हुए रॉकेट हमले तेज कर दिए हैं। कासिम का यह बयान मंगलवार को एक टेलीविजन चैनल पर जारी किया गया था, जिसमें उन्होंने यह भी कहा कि हिजबुल्ला की सैन्य शक्ति अब भी बरकरार है और वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।कासिम ने यह भी दावा किया कि हिजबुल्ला ने इजरायल के हमलों को देखते हुए सीनियर कमांडरों की जगह नए कमांडरों को नियुक्त किया है। इजरायली हवाई हमलों में लेबनान के कई सीनियर कमांडर मारे जा चुके हैं, इसलिए कासिम का उद्देश्य उन कमांडरों को सुरक्षित रखना है जो संगठन की सैन्य रणनीति को दिशा देते हैं।इजरायल के खिलाफ हिजबुल्ला का आक्रमणहिजबुल्ला ने इजरायल पर हमले की शुरुआत 8 अक्टूबर, 2023 को उत्तरी इजरायल पर रॉकेट दागकर की थी, और तब से दोनों पक्षों के बीच संघर्ष जारी है। इन हमलों से उत्तरी इजरायल के निवासियों को विस्थापन का सामना करना पड़ रहा है। हिजबुल्ला द्वारा इजरायल के भीतरी क्षेत्रों पर लगातार हमलों के बीच यह स्पष्ट हो गया है कि संघर्ष जल्द खत्म होने की संभावना कम है, क्योंकि दोनों पक्षों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है।हिजबुल्ला के शीर्ष कमांडर की मौतइस संघर्ष में हिजबुल्ला को बड़ा नुकसान तब हुआ जब इजरायल की सेना ने 7 अक्टूबर को बेरूत में एक बड़े हमले के दौरान हिजबुल्ला के वरिष्ठ कमांडर सुहैल हुसैनी को मार गिराया। हुसैनी आतंकवादी संगठन के साजो-सामान, बजट और प्रबंधन का प्रमुख था और वह ईरान से हिजबुल्ला के लिए आधुनिक हथियारों की आपूर्ति में अहम भूमिका निभाता था। इजरायली सेना के अनुसार, हुसैनी की मौत से हिजबुल्ला की सैन्य क्षमता पर गहरा असर पड़ा है।हुसैनी के अलावा, इजरायल ने हिजबुल्ला के कई अन्य शीर्ष नेताओं को भी हाल के हफ्तों में अपने हमलों के दौरान मार गिराया है, जिनमें समूह के प्रमुख हसन नसरल्ला भी शामिल हैं। नसरल्ला की मौत हिजबुल्ला के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि वह संगठन की रणनीति और नेतृत्व में केंद्रीय भूमिका निभाता था।संघर्ष का व्यापक प्रभावइजरायल और लेबनान के बीच बढ़ते इस संघर्ष ने न केवल इन दोनों देशों की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है, बल्कि पूरे मध्य पूर्व में अस्थिरता की स्थिति पैदा कर दी है। इजरायल और हिजबुल्ला के बीच चल रही इस लड़ाई के परिणामस्वरूप, दोनों देशों के लोग भारी संकट का सामना कर रहे हैं। लेबनान में जहां इजरायली हमलों से लोग डरे हुए हैं, वहीं इजरायल के नागरिक भी हिजबुल्ला के रॉकेट हमलों से सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं।इस संघर्ष का अंत कब और कैसे होगा, यह कहना मुश्किल है। लेकिन यह स्पष्ट है कि दोनों पक्षों के बीच जारी यह लड़ाई न केवल इन देशों को बल्कि पूरे क्षेत्र को गंभीर संकट में डाल रही है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें इस पर टिकी हुई हैं कि इस संघर्ष को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है और इसमें मध्यस्थता का क्या रास्ता निकाला जा सकता है।निष्कर्षइजरायल और लेबनान के बीच मौजूदा संघर्ष ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि मध्य पूर्व में स्थायी शांति लाना एक कठिन चुनौती है। हिजबुल्ला और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव ने यह दिखाया है कि दोनों पक्ष किसी भी समय बड़े पैमाने पर संघर्ष में उतर सकते हैं, जिससे आम नागरिकों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है। इस संघर्ष को हल करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों की जरूरत है ताकि निर्दोष लोगों की जानें बचाई जा सकें और क्षेत्र में शांति बहाल हो सके।