Cauvery Water Dispute / कर्नाटक थप, स्कूल-कॉलेज बंद, कावेरी जल विवाद के चलते मांड्या में धारा 144

तमिलनाडु को कावेरी नदी का पानी छोड़ने के खिलाफ कर्नाटक में विरोध प्रदर्शन जारी हैं. इन सबके बीच शुक्रवार को कर्नाटक बंद का आह्वान किया गया है. वहीं कन्नड़ समर्थक और किसान संगठनों द्वारा ‘कर्नाटक बंद’ के आह्वान से आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है. इससे पहले मंगलवार को भी बेंगलुरु बंद किया गया और वहां विरोध प्रदर्शन हुए. डीसी मांड्या डॉ. कुमार ने बताया कि कावेरी जल मुद्दे को लेकर कन्नड़ समर्थक संगठनों, किसान संघों और कई

Vikrant Shekhawat : Sep 29, 2023, 10:00 AM
Cauvery Water Dispute: तमिलनाडु को कावेरी नदी का पानी छोड़ने के खिलाफ कर्नाटक में विरोध प्रदर्शन जारी हैं. इन सबके बीच शुक्रवार को कर्नाटक बंद का आह्वान किया गया है. वहीं कन्नड़ समर्थक और किसान संगठनों द्वारा ‘कर्नाटक बंद’ के आह्वान से आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है. इससे पहले मंगलवार को भी बेंगलुरु बंद किया गया और वहां विरोध प्रदर्शन हुए. डीसी मांड्या डॉ. कुमार ने बताया कि कावेरी जल मुद्दे को लेकर कन्नड़ समर्थक संगठनों, किसान संघों और कई अन्य संगठनों द्वारा बुलाए गए बंद को देखते हुए, कर्नाटक के मांड्या जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है और स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे.

कई संगठनों ने किया बंद का आह्वान

दरअसल कर्नाटक रक्षण वेदिके, कन्नड़ चलवली (वटल पक्ष) समेत कन्नड़ और किसान संगठनों के शीर्ष संगठन कन्नड़ ओक्कुटा ने पूरे राज्य में आज सुबह से शाम तक बंद का आह्वान किया है. बंद के आयोजकों ने बताया कि शहर में टाउन हॉल से फ्रीडम पार्क तक व्यापक जुलूस निकाला जाएगा, जिसमें सभी वर्ग के लोगों के शामिल होने की संभावना है.

बीजेपी ने किया समर्थन

उन्होंने कहा कि पूरे कर्नाटक में बंद का आह्वान किया गया है और वे राजमार्ग, टोल, रेल सेवाएं और एयरपोर्ट भी बंद कराने की कोशिश करेंगे. वहीं विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल (सेक्यूलर) ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है. साथ ही होटलों, ऑटोरिक्शा और कार चालकों के संघों ने भी बंद का समर्थन किया है. कर्नाटक प्रदेश निजी स्कूल संघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि वे बंद को नैतिक समर्थन दे रहे हैं. इस बीच, राज्य के परिवहन विभाग ने सरकारी परिवहन निगमों को अपनी सेवाएं जारी रखने का निर्देश दिया है.

मांड्या में गुरुवार को प्रदर्शन

कुछ कार्यकर्ताओं ने कावेरी का पानी तमिलनाडु को दिए जाने के खिलाफ कावेरी बेसिन वाले जिले मांड्या में गुरुवार को प्रदर्शन किया. वे पिछले 15 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने तमिलनाडु के प्रति नरम रुख अपनाया और वह मामले पर उचित तरीके से ध्यान नहीं दे रही है.