China News / फंड की कमी या वर्कफोर्स? जानिए चीन ने रिटायरमेंट की उम्र क्यों बढ़ाई

चीन की शी जिनपिंग सरकार ने रिटायरमेंट की उम्र बढ़ा दी है। पुरुषों की रिटायरमेंट उम्र 60 से बढ़ाकर 63 वर्ष और ऑफिस वर्क करने वाली महिलाओं की उम्र 55 से 58 वर्ष की गई है। फैक्ट्री, कंस्ट्रक्शन में काम करने वाली महिलाओं के लिए यह सीमा 50 से 55 वर्ष की गई है। नई पॉलिसी 1 जनवरी से लागू होगी।

Vikrant Shekhawat : Sep 15, 2024, 11:40 AM
China News: चीन की शी जिनपिंग सरकार ने हाल ही में देश की रिटायरमेंट पॉलिसी में महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है। इस नई नीति के तहत, पुरुषों की रिटायरमेंट की उम्र 60 वर्ष से बढ़ाकर 63 वर्ष कर दी गई है। महिलाओं के लिए, ऑफिस वर्क करने वाली महिलाओं की रिटायरमेंट उम्र 55 वर्ष से बढ़ाकर 58 वर्ष की गई है, जबकि फैक्ट्री, कंस्ट्रक्शन या माइनिंग जैसे क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं की रिटायरमेंट उम्र 50 वर्ष से बढ़ाकर 55 वर्ष कर दी गई है। यह नई नीति 1 जनवरी 2025 से लागू होगी और अगले 15 वर्षों तक बनी रहेगी।

नई पॉलिसी की आवश्यकता और उद्देश्य

चीन की यह नई रिटायरमेंट पॉलिसी तेजी से बदलती जनसांख्यिकीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। चीन की जनसंख्या विश्व में दूसरे स्थान पर है, और उसकी अर्थव्यवस्था ने वैश्विक पहचान बनाई है। हालांकि, यह बदलाव चीन की वर्कफोर्स की घटती संख्या और वृद्धावस्था के बढ़ते दबाव को संबोधित करने के लिए है।

हाल के वर्षों में, चीन की वर्कफोर्स में वृद्धावस्था के कारण समस्याएं बढ़ी हैं। पेंशन के पैसे का घटता पूल और बढ़ती उम्र के कारण कामकाजी लोगों की संख्या में कमी आई है। इस स्थिति को देखते हुए शी जिनपिंग की सरकार ने बुजुर्गों को कार्यबल में बनाए रखने का निर्णय लिया है।

नई नीति के संभावित लाभ और चुनौतियां

इस नई पॉलिसी के कई संभावित लाभ और चुनौतियां हो सकती हैं।

लाभ:

पेंशन बचत: नई नीति के माध्यम से चीन उन 30 करोड़ बुजुर्गों को पेंशन देने से बच सकेगा, जो अगले दशक में रिटायर हो सकते हैं। इससे पेंशन का बोझ कम होगा और सरकार को आर्थिक रूप से फायदा होगा।

वर्कफोर्स की स्थिरता: रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने से वर्कफोर्स को स्थिरता मिलेगी और उत्पादन क्षमता में कमी नहीं आएगी।

चुनौतियां:

स्वास्थ्य और कार्यक्षमता: वृद्धावस्था में काम करने वाले लोग अपने स्वास्थ्य और कार्यक्षमता के मुद्दों का सामना कर सकते हैं, जिससे उत्पादकता पर असर पड़ सकता है।

सामाजिक असंतोष: बढ़ती रिटायरमेंट उम्र के कारण बुजुर्गों की सामाजिक और आर्थिक समस्याओं में इजाफा हो सकता है, जिनकी देखभाल और समस्याओं का समाधान करना सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

चीन का आर्थिक परिदृश्य और भविष्य की चुनौतियां

चीन की इकोनॉमी में वर्कफोर्स की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, लेकिन वृद्धावस्था और घटती जन्म दर के कारण चीन अब एक नई चुनौती का सामना कर रहा है। शी जिनपिंग के निर्णय का उद्देश्य चीन की अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाए रखना और पेंशन की समस्या से निपटना है। हालांकि, इस नीति का व्यापक प्रभाव लंबे समय तक देखा जा सकता है।

निष्कर्ष

चीन की नई रिटायरमेंट पॉलिसी शी जिनपिंग की सरकार की आर्थिक स्थिरता और वर्कफोर्स प्रबंधन के प्रति चिंताओं को दर्शाती है। बुजुर्गों को काम की भट्ठी में झोंकने की तैयारी ने एक तरफ जहां आर्थिक स्थिरता की उम्मीदें जगाई हैं, वहीं दूसरी तरफ यह सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को भी सामने ला रही है। भविष्य में इस नीति के प्रभाव को समझने के लिए समय की आवश्यकता होगी, लेकिन यह स्पष्ट है कि चीन अपने आर्थिक संतुलन को बनाए रखने के लिए बड़े और कठोर फैसले लेने के लिए तैयार है।