Vikrant Shekhawat : Sep 02, 2024, 03:44 PM
Jammu-Kashmir News: श्री माता वैष्णो देवी भवन मार्ग पर पंछी हेलीपैड के पास भूस्खलन ने एक गंभीर हादसा उत्पन्न किया है, जिसमें 3 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। हादसे के कारण कई श्रद्धालु फंसे हुए हैं, और माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। बोर्ड के सीईओ ने बताया कि पत्थर गिरने और भूस्खलन की घटना के बाद आपदा प्रबंधन टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया है।सामने आया माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ का बयान
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन ट्रैक पर पत्थर गिरने और भूस्खलन हुआ है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंच गई है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।अखनूर में भी हुआ था बड़ा हादसाजम्मू-कश्मीर के अखनूर में मई 2024 में बड़ा हादसा हुआ था। इस हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई थी और 54 अन्य घायल हो गए थे। जम्मू अखनूर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए बड़े हादसे में 22 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। मरने वालों में 11 पुरुष, 9 महिलाएं और दो बच्चे थे। इस हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरा दुख जताया था।यह दुर्घटना जिले के चौकी चोरा क्षेत्र के तुंगी-मोड़ पर हुई थी। बस करीब 150 फीट गहरी खाई में जा गिरी थी। ये बस उत्तर प्रदेश के हाथरस से श्रद्धालुओं को लेकर जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के पौनी इलाके में शिव खोरी जा रही थी और इसके बाद बस को माता वैष्णो देवी जाना था।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन ट्रैक पर पत्थर गिरने और भूस्खलन हुआ है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंच गई है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।अखनूर में भी हुआ था बड़ा हादसाजम्मू-कश्मीर के अखनूर में मई 2024 में बड़ा हादसा हुआ था। इस हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई थी और 54 अन्य घायल हो गए थे। जम्मू अखनूर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए बड़े हादसे में 22 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। मरने वालों में 11 पुरुष, 9 महिलाएं और दो बच्चे थे। इस हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरा दुख जताया था।यह दुर्घटना जिले के चौकी चोरा क्षेत्र के तुंगी-मोड़ पर हुई थी। बस करीब 150 फीट गहरी खाई में जा गिरी थी। ये बस उत्तर प्रदेश के हाथरस से श्रद्धालुओं को लेकर जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के पौनी इलाके में शिव खोरी जा रही थी और इसके बाद बस को माता वैष्णो देवी जाना था।