राजस्थान / राजस्थान में कानून-व्यवस्था की स्थिति तालिबान शासन की याद दिलाती है: बीजेपी सांसद

अलवर से बीजेपी के सांसद बालकनाथ ने कहा है कि राजस्थान में कानून-व्यवस्था की स्थिति उन्हें अफगानिस्तान में तालिबान के शासन की याद दिलाती है। वहीं, इस पर राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, "इस तरह की भाषा का प्रयोग एक ‘संन्यासी’ को शोभा नहीं देता। राजस्थान में कानून-व्यवस्था बीजेपी शासित राज्यों से बेहतर है।”

Vikrant Shekhawat : Sep 16, 2021, 03:59 PM
Jaipur: राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर अलवर सांसद बाबा बालक नाथ ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने भिवाड़ी, बहरोड़, नीमराना, बानसूर और अलवर में लगातार बढ़ते क्राइम को लेकर उन्होंने प्रदेश प्रदेश की तुलना तालिबान से कर दी है. कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर ही सांसद बालक नाथ के बाद भाजपा (BJP) के अन्य विधायकों ने भी इनकी बात का समर्थन करते हुए कहा कि हालात उसी दिशा में बढ़ रहे हैं. 

भाजपा विधायक अशोक लाहोटी (Ashok Lahoty) सरकार की तालिबान से तुलना करने में सांसद से भी आगे निकल गए. उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि जब से कांग्रेस सरकार आई है तब से तालिबान राज हो गया है. कानून व्यवस्था पर सरकार को घेरते हुए लाहोटी ने कहा कि प्रदेश में कानून का राज ही नहीं है. ऐसा लगता है कि अंधेर नगरी चौपट राजा और पोपा बाई का राज हो रहा हो. ऐसा कोई दिन नहीं जब राजस्थान में बलात्कार नहीं हो रहा हो. यहां दलित अत्याचार और महिला अत्याचार सर्वाधिक हो रहे हैं. कांग्रेस विधायक वेदप्रकाश सोलंकी के हनीट्रेप वाले मामले को लेकर कहा कि अब तो इनके विधायक ही त्राहि-त्राहि करने लगे हैं. वो कह रहे हैं कि सरकार हमें फंसाने का काम कर रही है. जिस पार्टी की सरकार है उसके विधायक ही पीड़ित हैं तो ऐसी सरकार जनता की क्या रक्षा करेगी. 

वहीं, भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) ने कहा कि जिस तरह तालिबान किसी कानून को नहीं मानता है. वहां पर कानून नाम की चीज़ नहीं है. राजस्थान में भी ऐसा लगता है कि कानून नाम की कोई चीज़ नहीं है. इनके कदम तालिबान की ओर बढ़ते हुए लगते हैं. देवनानी ने कहा कि इस समय हर एक बॉडी स्वतंत्र है. जो चाहे अपराध कर रहा है, अपराधी बेखौफ़ घूम रहे हैं. निश्चित रूप से तुष्टिकरण की नीति अपनाई जा रही है. कांग्रेस सरकार आने के बाद अल्पसंख्यकों का मनोबल बढ़ा हुआ है. कहीं भी अपराध करने में उनके कमी नहीं आई है. उन्हें लगता है कि हमारे आका हमें बचा लेंगे. राज केवल एक साइड काम करके तुष्टिकरण करते हुए उनका पक्ष ले रहा है. मालपुरा में हालात और भी विकट हैं. वहां पर पलायन शुरू हो गया है, यह भी राज पर एक तरह का धब्बा है. उनके राज में एक ही शहर में लोग पलायन करें. इस तरह की सरकार को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं  है. 

भाजपा विधायक मदन दिलावर (Madan Dilawar) ने सदन में रामगढ़ में गैंगरेप की घटना का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि हिंसा और रेप करने वाले आतंकी संगठनों से जुड़े हैं. मेवात आज मिनी पाकिस्तान बनता जा रहा है.  हिंदू लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं, उन्हें  खाडी देशों में बेचा जा रहा है. हिंदू परिवारों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है. बृज क्षेत्र आज आतंकियों का अड्डा बन रहा है. उन्होंने कहा कि 109 गांव हिंदू विहीन हो गए. वहां एक षड्यंत्र चल रहा है.

भाजपा नेताओं की ओर से कांग्रेस सरकार की तुलना तालिबान से किए जाने पर कांग्रेस विधायक रफीक खान ने पलटवार किया है. रफीक खान ने भाजपा नेताओं की मानसिकता को विकृत मानसिकता बताया है. उन्होंने कहा कि यह बीजेपी के नेताओं का दिवालीयपन और मानसिक विकृतता है. इनको चाहिए ऐसे समय में जब कोविड से पूरा देश गुज़र रहा है, उस वक्त किसी स्टेट ने बेस्ट परफॉर्मेंस की है तो वह राजस्थान है. जिसने जाति धर्म जात पात से ऊपर उठकर काम किया है. उन्हें इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना चाहिए. ये बीजेपी के लोग जो राजनीति करते हैं वह जात पात की राजनीति करते हैं. 

पश्चिम बंगाल के चुनाव में भी खूब डोरे डाले और जातिगत आधार पर चुनाव को कंवर्ट किया लेकिन नतीजा आप सबके सामने है. अब जनता बीजेपी के बहकावे में नहीं आने वाली  है. जनता सब समझती और जानती है वह हमारे काम को भी देख रही है. बीजेपी की केन्द्र सरकार ने वैक्सीन देने में देरी और लापरवाही की. इसके बावजूद वैक्सीनेशन करने में प्रदेश ऊंचे पायदान पर है. आज अगर प्रदेश में कोरोना के केस नहीं आ रहे हैं, तो इसका सारा क्रेडिट मुख्यमंत्री ,स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के साथ कांग्रेस के हर कार्यकर्ता को जाता है.  

मालपुरा में हिन्दू परिवारों के पलायन मामले को लेकर रफीक खान ने कहा कि मालपुरा कोई देश नहीं है, बल्कि एक कस्बा है. अगर वहां कोई इस तरह का मामला आया है तो उन्हें सरकार को बताना चाहिए. सरकार पूरी तरह सक्रिय है और प्रशासन एक्टिव है. वहां इस तरह की कोई बात नहीं है. बीजेपी को वहां केवल इसी तरह के मुद्दे चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि जब मैं स्पीच देने के लिए खड़ा होता हूं, तो मेरे ऊपर भी बहुत आरोप लगाने की कोशिश बीजेपी विधायक करते हैं. मेरे यहां तीन पंचायतों में इलेक्शन थे, मैं तो जात पांत से ऊपर उठकर राजनीति करता हूं. मैं माइनॉरिटी से आता हूं. 

बीजेपी ने ख़ूब आरोप लगाने की कोशिश की, लेकिन वहां पर उसे हार का सामना करना पड़ा. इन्हें विकास के कामों और महंगाई के मुद्दे पर बात करनी चाहिए.  इन्हें अर्थव्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए. कांग्रेस सरकार की तालिबान से तुलना करने पर कहा आप लोग मेरे से ज्यादा समझदार हैं. बीजेपी की बातों की निन्दा करनी चाहिए. बीजेपी को विकास और देश को आगे बढ़ाने की बात करनी चाहिए. जनता इनकी बातों से ऊब चुकी है और कुछ नहीं समझ में आए तो अशोक गहलोत को इन्हें फॉलो करके उनसे सीख लेनी चाहिए.

वहीं, आरएलपी विधायक नारायण बेनिवाल ने भी प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है. आरपीएस अधिकारी और महिला कॉन्स्टेबल का वीडियो लगातार वायरल हो रहा है, लेकिन प्रशासन की ओर से वीडियो पर रोक नहीं लगाई जा रही. प्रशासन क्या पूरे 50 वीडियो आने का इंतजार कर रहा है. उन्होंने कहा कि सदन में भी मैंने इस मुद्दे को उठाना चाहा, लेकिन सदन में समय कम होने के कारण मुझे बोलने का मौका नहीं मिला. उन्होंने वीडियो वायरल मामले में कई अधिकारियों की लिप्त होने की बात कही. वहीं, कहा कि भाजपा कांग्रेस की मिलीभगत से उन्हें बचाया जा रहा है. उन्होंने इसमें लिप्त सारे अधकारियों को बर्खास्त करने की मांग की है.