देश / लॉकडाउन ढील: खुलेंगे हाईवे के ढाबे, शराब की दुकानों को लेकर हुआ ये फैसला

केंद्र सरकार ने लॉकडाउन 2.0 के बीच 20 अप्रैल से कई जरूरी सेवाओं और कारोबार को शुरू करने के लिए ढील देने का निर्णय लिया है। गृह मंत्रालय द्वारा इस बारे में जारी किए गए निर्देश के मुताबिक रेस्टोरेंट तो नहीं खुलेंगे, लेकिन हाईवे पर चलने वाले ढाबे खोले जा सकते हैं। खासकर ट्रक चालकों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। शराब की दुकानें खोलने के बारे में किसी तरह की ढील नहीं दी गई है।

AajTak : Apr 15, 2020, 04:17 PM
दिल्ली:  केंद्र सरकार ने लॉकडाउन 2.0 के बीच 20 अप्रैल से कई जरूरी सेवाओं और कारोबार को शुरू करने के लिए ढील देने का निर्णय लिया है। गृह मंत्रालय द्वारा इस बारे में जारी किए गए निर्देश के मुताबिक रेस्टोरेंट तो नहीं खुलेंगे, लेकिन हाईवे पर चलने वाले ढाबे खोले जा सकते हैं। खासकर ट्रक चालकों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। शराब की दुकानें खोलने के बारे में किसी तरह की ढील नहीं दी गई है।

गौरतलब है कि लॉकडाउन को बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया है। गृह मंत्रालय ने बुधवार को इसके बारे में विस्तृत निर्देश जारी किए हैं। इस निर्देश में कहा गया है, इन गतिविधियों में ढील देने के साथ ही राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी दफ्तरों और व्यावसायिक केंद्रों में सोशल डि​स्टेंसिंग का सख्ती से पालन हो। उन इलाकों में यह कारोबार चालू नहीं होंगे, जिन्हें कोरोना संक्रमण वाला या हॉटस्पॉट घोषित किया गया है।

रेस्टोरेंट और ढाबों के बारे में ये हैं निर्देश

निर्देश में कहा गया कि सभी रेस्टोरेंट बंद रहेंगे, लेकिन हाईवे पर चलने वाले ढाबे खोले जाएंगे। असल में लॉकडाउन के पहले चरण में बहुत से ट्रक ड्राइवर सड़कों पर ही फंस गए थे और उनको खाने-पीने की काफी दिक्कतें हो रही हैं, इसे देखते हुए सरकार ने शायद यह निर्णय लिया है। इसके साथ ही ट्रकों के रिपेयरिंग करने वाली दुकानें भी खुली रहेंगी।

शराब दुकानों के बारे में क्या कहा गया

इस बात से बहुत लोगों को निराशा हो सकती है कि सरकार ने शराब की दुकानों को खोलने का निर्णय नहीं लिया है। इसके अलावा बार भी पहले की तरह बंद रहेंगे। निर्देश में कहा गया है, 'सभी सिनेमा हॉल, मॉल, शॉपिंग काम्प्लेक्स, जिम, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, स्वीमिंग पूल, एंटरटेनमेंट पार्क, थिएटर, बार और ऑडिटोरियम 3 मई तक बंद रहेंगे।'

गौरतलब है कि कई राज्य सरकारें यह चाहती थीं कि शराब कारोबार को खोला जाए, क्योंकि उनको इसके ना खुलने से राजस्व का काफी नुकसान हो रहा है।