AajTak : Sep 18, 2020, 06:10 PM
नई दिल्ली | लोकसभा में पीएम केअर्स फंड पर हंगामा हो गया। सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों ने एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। हंगामे के कारण लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया। दरअसल, इस पूरे हंगामे की शुरुआत अनुराग ठाकुर के एक बयान से होती है। अनुराग ठाकुर सदन में पीएम केअर्स फंड का हिसाब दे रहे थे। उन्होंने गांधी परिवार का जिक्र किया और उन नामों को उजागर करने की धमकी दी, जिन्हें पीएम राष्ट्रीय राहत कोष से लाभ मिला। विपक्ष के सांसदों ने उनके इस बयान का विरोध किया। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि लोकसभा अध्यक्ष बीजेपी सदस्यों का बचाव कर रहे हैं। कल्याण बनर्जी ने कहा कि अध्यक्ष हमेशा विपक्षी सदस्यों को रोकते हैं। कल्याण बनर्जी ने यहां तक कहा दिया कि अगर अध्यक्ष उन्हें निलंबित करना चाहते हैं, तो वो इसके लिए तैयार हैं, लेकिन वे इस तरह के व्यवहार को अब बर्दाश्त नहीं कर सकते। अधीर रंजन चौधरी ने भी कल्याण बनर्जी का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि नव निर्वाचित सदस्य भी विपक्षी सदस्यों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें शांत करने की कोशिश की। पीएम केअर्स फंड का हिसाब दे रहे थे अनुराग ठाकुरवित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने पीएम केअर्स फंड पर कहा कि विपक्ष सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहा है। कोई कारण तो वो बताएं कि क्यों पीएम केअर्स फंड ठीक नहीं है। इनको नोटबंदी, जीएसटी, तीन तलाक सब खराब ही लगा। पीएम केअर्स फंड पर सुप्रीम कोर्ट भी अपना फैसला दे चुका है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि फंड में पैसा सांसद, गरीब से गरीब व्यक्ति ने भी दिया। विपक्ष की नियत ही खराब है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि फंड में किन लोगों ने पैसा डाला मैं इसकी जानकारी देना चाहता हूं। यूपी के प्रयागराज की 9 साल की अनुष्का और 6 साल के युवराज ने 300 रुपये योगदान दिया। कानपुर के किदवई नगर के बच्चों ने 5 हजार रुपये दिए। मिर्जापुर की 10 साल की बच्ची सुहानी ने 4 हजार रुपये फंड के लिए दिए हैं। एक टीचर ने 5 लाख रुपये का योगदान दिया है। इस दौरान विपक्ष ने हंगामा किया तो अनुराग ठाकुर ने कहा कि ये बच्चों का नाम भी सुनने को ये राजी नहीं हैं तो ऐसे सोच पर शर्म आनी चाहिए। वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की एक 80 साल की बुजुर्ग ने जीवनभर की पेंशन 2 लाख रुपये दी। दिल्ली के एक शख्स ने 1 लाख रुपये दिया। उत्तराखंड की देवकी भंडारी ने 10 लाख रुपये फंड में दे दिया। नेता, सांसद, मजदूर सबने फंड में पैसा देने का प्रयास किया है। क्योंकि ये लड़ाई देश की लड़ाई थी और इस लड़ाई में पीएम मोदी ने पीएम केअर्स फंड की स्थापना करने का काम किया। वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि मैं विपक्ष को चुनौती देता हूं कि वो किसी भी मुद्दे पर चर्चा कर ले लेकिन मैं ये साफ कर दूं कि ये संवैधानिक रूप से पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट है। ये देश की जनता के लिए है। कांग्रेस ने गांधी परिवार के लिए ही सिर्फ ट्रस्ट बनाया था।