Vikrant Shekhawat : Jul 14, 2022, 10:52 AM
Mahatma Gandhi Statue Defaced: कनाडा के रिचमंड हिल स्थित एक हिंदू मंदिर में लगी महात्मा गांधी की एक बड़ी प्रतिमा से कुछ असामाजिक तत्वों ने छेड़छाड़ की. इस घटना के बाद मंदिर कमिटी के अलावा भारतीय उच्चायोग ने कनाडा को कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है और इस पर कार्रवाई की मांग की है. पुलिस का कहना है कि इसकी सूचना मिली है. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने इस घृणित अपराध की जांच शुरू कर दी है. यॉर्क क्षेत्रीय पुलिस के अनुसार, योंग स्ट्रीट और गार्डन एवेन्यू के क्षेत्र में विष्णु मंदिर है. इसमें महात्मा गांधी की पांच मीटर ऊंची प्रतिमा बनी हुई है. किसी ने इस प्रतिमा को विकृत किया. दोपहर करीब साढ़े बारह बजे सूचना देकर पुलिस अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया.
असामाजिक तत्वों का हाथ कास्ट यॉर्क रीजनल पुलिस के प्रवक्ता एमी बौद्रेउ ने बताया कि, किसी ने प्रतिमा के नीचे बने बेस पर अपमानजनक शब्द लिखकर इसके साथ छेड़छाड़ की है. इस विरोध के पीछे अभी तक असामाजिक तत्वों का हाथ मिला है. फिलहाल हमारी एक टीम पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है.
पुलिस करेगी सख्त कार्रवाईपुलिस ने कहा कि वे इसे "घृणा पूर्वाग्रह से प्रेरित घटना" मानते हैं। "यॉर्क क्षेत्रीय पुलिस किसी भी रूप में घृणा अपराध को बर्दाश्त नहीं करती है." बौदरेउ ने कहा, "जो लोग नस्ल, राष्ट्रीय या जातीय मूल, भाषा, रंग, धर्म, उम्र, लिंग, लिंग पहचान, लिंग अभिव्यक्ति और इस तरह के आधार पर दूसरों को पीड़ित करते हैं, उन पर कानून सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी.
मंदिर के अध्यक्ष ने भी की निंदामंदिर के अध्यक्ष डॉ. बुधेंद्र दूबे ने कहा कि मूर्ति अपने वर्तमान स्थान, शांति पार्क में 30 से अधिक वर्षों से है. उन्होंने कहा कि इसे इससे पहले कभी भी किसी तरह से क्षतिग्रस्त नहीं किया गया था. बुधवार तड़के पता चला कि किसी ने प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है. इस हरकत से मैं काफी निराश हुआ. अगर हम उस तरह से जी सकते हैं जो गांधी ने हमें जीना सिखाया था, तो हम किसी को या किसी समुदाय को चोट नहीं पहुंचाएंगे."
भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने भी जताई आपत्तिटोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास और ओटावा में भारतीय उच्चायोग दोनों ने ट्विटर पर बयानों में बर्बरता की निंदा की. दोनों ने कहा कि उन्होंने कनाडा के अधिकारियों से अपराध के बारे में संपर्क किया है. टोरंटो में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारी का कहना है कि, रिचमंड हिल के विष्णु मंदिर में महात्मा गांधी की प्रतिमा को तोड़े जाने से हम व्यथित हैं. इस आपराधिक, घृणित कृत्य ने कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को बहुत आहत किया है. हम इस घृणा अपराध की जांच के लिए कनाडा के अधिकारियों के संपर्क में हैं.
असामाजिक तत्वों का हाथ कास्ट यॉर्क रीजनल पुलिस के प्रवक्ता एमी बौद्रेउ ने बताया कि, किसी ने प्रतिमा के नीचे बने बेस पर अपमानजनक शब्द लिखकर इसके साथ छेड़छाड़ की है. इस विरोध के पीछे अभी तक असामाजिक तत्वों का हाथ मिला है. फिलहाल हमारी एक टीम पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है.
पुलिस करेगी सख्त कार्रवाईपुलिस ने कहा कि वे इसे "घृणा पूर्वाग्रह से प्रेरित घटना" मानते हैं। "यॉर्क क्षेत्रीय पुलिस किसी भी रूप में घृणा अपराध को बर्दाश्त नहीं करती है." बौदरेउ ने कहा, "जो लोग नस्ल, राष्ट्रीय या जातीय मूल, भाषा, रंग, धर्म, उम्र, लिंग, लिंग पहचान, लिंग अभिव्यक्ति और इस तरह के आधार पर दूसरों को पीड़ित करते हैं, उन पर कानून सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी.
मंदिर के अध्यक्ष ने भी की निंदामंदिर के अध्यक्ष डॉ. बुधेंद्र दूबे ने कहा कि मूर्ति अपने वर्तमान स्थान, शांति पार्क में 30 से अधिक वर्षों से है. उन्होंने कहा कि इसे इससे पहले कभी भी किसी तरह से क्षतिग्रस्त नहीं किया गया था. बुधवार तड़के पता चला कि किसी ने प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है. इस हरकत से मैं काफी निराश हुआ. अगर हम उस तरह से जी सकते हैं जो गांधी ने हमें जीना सिखाया था, तो हम किसी को या किसी समुदाय को चोट नहीं पहुंचाएंगे."
भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने भी जताई आपत्तिटोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास और ओटावा में भारतीय उच्चायोग दोनों ने ट्विटर पर बयानों में बर्बरता की निंदा की. दोनों ने कहा कि उन्होंने कनाडा के अधिकारियों से अपराध के बारे में संपर्क किया है. टोरंटो में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारी का कहना है कि, रिचमंड हिल के विष्णु मंदिर में महात्मा गांधी की प्रतिमा को तोड़े जाने से हम व्यथित हैं. इस आपराधिक, घृणित कृत्य ने कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को बहुत आहत किया है. हम इस घृणा अपराध की जांच के लिए कनाडा के अधिकारियों के संपर्क में हैं.