Vikrant Shekhawat : Jan 02, 2021, 11:21 AM
साल के पहले दिन ऑटोमोबाइल सेक्टर में जुड़ी एक बड़ी खबर आई है. अमेरिका की ऑटो कंपनी फोर्ड मोटर (Ford Motor Company) ने शुक्रवार को बताया है कि उसने और भारत की महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) के साथ अपने जॉइंट वेंचर (Joint Venture) को रद्द कर दिया है। लेकिन दोनों कंपनियां भारत में अपने स्वतंत्र परिचालन को जारी रखेगी। फोर्ड मोटर कंपनी ने एक बयान में कहा कि दोनों कंपनियों ने अक्टूबर 2019 में इस संबंध में एक निश्चित समझौता किया था, जिसकी अवधि 31 दिसंबर 2020 को खत्म हो गई। लेकिन कंपनियों ने समझौते को अंतिम रूप देने के बजाय उसे खत्म करने का फैसला किया है।
इस वजह से टुटा रिश्ता
फोर्ड प्रवक्ता टी.आर. रीड के मुताबिक दोनों कंपनियों के बीच हुए इस ब्रेकअप की वजह कोरोना महामारी रही है। पिछले 15 महीनो में हुए वैश्विक आर्थिक और व्यावसायिक स्थितियों में बुनियादी बदलावो के चलते ये फैसला किया गया है। अक्टूबर 2019 में समझौते के बाद फोर्ड और महिंद्रा ने कहा था कि गाड़ियां तैयार करने का खर्च घटाने और विकासशील देशों में उन्हें बेचने के लिए ज्वाइंट वेंचर बनाया जाएगा। तब उन्होंने कहा था कि मिड-साइज एसयूवी समेत तीन यूटिलिटी व्हीकल लांच किए जाएंगे। इसके अलावा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को मिलकर डेवलप किया जाएगा। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने बंबई स्टॉक एक्सचेंज की दी जानकारी में कहा कि इस फैसले का उसके प्रोडक्ट प्लान पर कोई असर नहीं होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक प्रस्तावित जॉइंट वेंचर में दोनों कंपनियों की 51:49 फीसदी हिस्सेदारी होनी थी। इसे भारतीय प्रतिस्पर्द्धा आयोग (Competition Commission of India) से पहले ही हरी झंडी मिल गई थी जबकि गुजरात और तमिलनाडु सरकार की तरफ से हरी झंडी का इंतजार था। लेकिन कोविड-19 के कारण इसमें देरी हुई। फोर्ड मोटर भारत सहित पूरी दुनिया में अपने बिजनस की समीक्षा कर रही है।
इस वजह से टुटा रिश्ता
फोर्ड प्रवक्ता टी.आर. रीड के मुताबिक दोनों कंपनियों के बीच हुए इस ब्रेकअप की वजह कोरोना महामारी रही है। पिछले 15 महीनो में हुए वैश्विक आर्थिक और व्यावसायिक स्थितियों में बुनियादी बदलावो के चलते ये फैसला किया गया है। अक्टूबर 2019 में समझौते के बाद फोर्ड और महिंद्रा ने कहा था कि गाड़ियां तैयार करने का खर्च घटाने और विकासशील देशों में उन्हें बेचने के लिए ज्वाइंट वेंचर बनाया जाएगा। तब उन्होंने कहा था कि मिड-साइज एसयूवी समेत तीन यूटिलिटी व्हीकल लांच किए जाएंगे। इसके अलावा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को मिलकर डेवलप किया जाएगा। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने बंबई स्टॉक एक्सचेंज की दी जानकारी में कहा कि इस फैसले का उसके प्रोडक्ट प्लान पर कोई असर नहीं होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक प्रस्तावित जॉइंट वेंचर में दोनों कंपनियों की 51:49 फीसदी हिस्सेदारी होनी थी। इसे भारतीय प्रतिस्पर्द्धा आयोग (Competition Commission of India) से पहले ही हरी झंडी मिल गई थी जबकि गुजरात और तमिलनाडु सरकार की तरफ से हरी झंडी का इंतजार था। लेकिन कोविड-19 के कारण इसमें देरी हुई। फोर्ड मोटर भारत सहित पूरी दुनिया में अपने बिजनस की समीक्षा कर रही है।