West Bengal / मोहन भागवत के बंगाल दौरे के बीच ममता का पुलिस को निर्देश- दंगे नहीं भड़कने चाहिए

संघ प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार को पश्चिम बंगाल पहुंचे हैं। वे तीन दिन के बंगाल दौरे पर आए हैं और कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले हैं। अब उनके इस दौरे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का एक बड़ा बयान सामने आया है। ये बयान असल में एक निर्देश है जो उनकी तरफ से बंगाल पुलिस और स्थानीय विधायक को दिया गया है।

Vikrant Shekhawat : May 17, 2022, 08:35 PM
पश्चिम बंगाल: संघ प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार को पश्चिम बंगाल पहुंचे हैं। वे तीन दिन के बंगाल दौरे पर आए हैं और कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले हैं। अब उनके इस दौरे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का एक बड़ा बयान सामने आया है। ये बयान असल में एक निर्देश है जो उनकी तरफ से बंगाल पुलिस और स्थानीय विधायक को दिया गया है।

भागवत के दौरे पर ममता ने पुलिस को दो टूक कहा है कि कानून व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जाए। किसी भी कीमत पर दंगे नहीं भड़कने चाहिए। वे कहती हैं कि उनके एजेंडे पर क्या है? नजर रखिए, पूरी सुरक्षा दीजिए जिससे वे दंगे ना भड़काएं। हो सके तो कुछ मिठाइयां और फल भी भेज दें, पता चलना चाहिए कि हम अपने मेहमानों का ध्यान रखते हैं। लेकिन ज्यादा तवज्जो भी मत देना वरना इसका गलत फायदा उठाया जा सकता है।

ममता बनर्जी इस समय पश्चिमी मेदिनीपुर के तीन दिन के दौरे पर हैं। वहां पर एक प्राशसनिक बैठक के दौरान उन्होंने संघ प्रमुख के दौरे पर भी विस्तार से बात की। उसी बैठक में उन्होंने पुलिस से मुस्तैद रहने की बात कही और स्पष्ट कर दिया गया कि दंगे या उपद्रव नहीं होना चाहिए।

अब मोहन भागवत के इस बंगाल दौरे की बात करें तो वे केशियारी में रहने वाले हैं। वे वहां पर संघ शिक्षा वर्ग में भी हिस्सा लेने वाले हैं। उस कार्यक्रम में हजारों स्वंयसेवकों को शारीरिक और बौद्धिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। यहां ये जानना भी जरूरी हो जाता है कि आरएसएस द्वारा हर साल कई जगहों पर इसी तरह संघ शिक्षा वर्ग का आयोजन किया जाता है। इस बार बंगाल में इसका आयोजन हो रहा है और मोहन भागवत खुद शामिल होने आ गए हैं।

वैसे मोहन भागवत के इस दौरे के मायने इसलिए भी ज्यादा माने जा रहे हैं क्योंकि हाल ही में हिंसा और कोरोन की वजह से बंगाल में आएसएस की कई शाखाएं बंद हो गई थीं। भागवत ने पहले ही निर्देश दे दिए थे कि सभी बंद पड़ी शाखाओं को मार्च तक फिर सक्रिय किया जाए। बंगाल में RSS की 1800 से 1900 शाखाएं मौजूद हैं।