Cricket News / मोहम्मद कैफ ने हेमंग बदानी से मांगी माफी 16 साल बाद

भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ अपने करियर के दौरान फील्डिंग के लिए जाने जाते हैं उन्होंने अपने करियर में कई शानदार कैच लिए हैं जिन्होंने रोमांचर मोड़ पर टीम को जीत दिलाई है ऐसे ही कैच के लिए कैफ ने 16 साल बाद अपने ही साथी खिलाड़ी से माफी मांगी है कैफ ने पाकिस्तान के दौरे पर लिए अपने शानदार कैच का वीडियो शेयर किया

Vikrant Shekhawat : Jul 26, 2020, 06:23 PM

भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) अपने करियर के दौरान फील्डिंग के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने अपने करियर में कई शानदार कैच लिए हैं जिन्होंने रोमांचर मोड़ पर टीम को जीत दिलाई है. ऐसे ही कैच के लिए कैफ ने 16 साल बाद अपने ही साथी खिलाड़ी से माफी मांगी है. कैफ ने पाकिस्तान के दौरे पर लिए अपने शानदार कैच का वीडियो शेयर किया


कैफ ने हेमंग बदानी से मांगी माफी

कैफ ने जो वीडियो शेयर किया है उसके कैप्शन में लिखा, 'खौफ युवा असंभव का भी पीछा करते हैं और उसे दोनों हाथों से पकड़ लेते है. ओह सॉरी बदानी भाई'. दरअसल भारतीय टीम साल 2004 में पाकिस्तान दौरे पर गई थी. इस दौरे पर कराची में वनडे मैच खेला जा रहा था जो काफी रोमांचक था. भारत ने पाकिस्तान को 350 रन का लक्ष्य दिया था. पाकिस्तान जीत से केवल 10 रन दूर था और लग रहा था कि वह पाकिस्तान असानी से जीत जाएगा.


उसी समय शोएब मलिक ने बड़ा शॉट खेला और गेंद लॉन्ग ऑफ की ओर गई. भारतीय खिलाड़ी हेमंग बदानी कैच लेने के लिए तैयार थे लेकिन तभी कैफ उनके आगे आए डाइव लगाकर कैच लपक लिया. इस बीच कुछ ही इंच से हेमंग बदानी का सिर कैफ से टकराने से बच गया और उस सिर्फ बदानी की कैप ही उनसे टकराकर गिरी


कैफ के कारण भारत ने जीता था मैच

कराची में खेले गए इस वनडे मैच को भारत ने 5 रन से जीता था. कैफ के द्वारा लपके गई इस कैच ने भी मैच में नया मोड़ दिया था और आखिर में भारत को जीत मिली थी. गौरतलब है कि मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) भारत के बेहतरीन फील्डरों में गिने जाते हैं. बल्लेबाजी से ज्यादा कैफ को उनकी फील्डिंग के लिए ही भारतीय टीम में जगह मिलती थी.


कैफ ने भारत के लिए 125 वनडे मैच खेले और इस दौरान 55 कैच लेने में सफल रहे. टेस्ट में 14 कैच कैफ ने अपने टेस्ट करियर में लपके हैं. इसके अलावा बात बल्लेबाजी की करें तो नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में 87 रनों की यादगार पारी खेली थी. उस पारी को आज भी वनडे क्रिकेट का सबसे बेहतरीन पारी के तौर पर याद किया जाता है