Vikrant Shekhawat : Sep 21, 2024, 08:00 AM
Mukesh Ambani Campa Plan: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने एक बार फिर से कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट में हलचल मचाने का फैसला किया है। 50 साल पुरानी देशी कैंपा कोला को पुनर्जीवित करने के लिए अंबानी ने एक बार फिर Jio के मॉडल का अनुसरण किया है। उनके इस कदम से न केवल बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है, बल्कि बड़े खिलाड़ियों को भी चिंता में डाल दिया है।कैंपा कोला की वापसीकैंपा कोला, जो पहले भारतीय बाजार में एक जाना-पहचाना नाम था, अब मुकेश अंबानी के नेतृत्व में एक नई पहचान के साथ वापस आ रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने कैंपा कोला को फेस्टिव सीजन से पहले कई नए बाजारों में लॉन्च किया है। इस बार कैंपा कोला सीधे कोका-कोला और पेप्सिको के साथ मुकाबला कर रही है।प्राइस वॉर का आगाजअंबानी की रणनीति पहले से ही स्पष्ट है—वो अपने कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक के दाम अपने प्रतिस्पर्धियों से आधे रखकर बाजार में दखल देना चाहते हैं। यह प्राइस वॉर अब कोका-कोला और पेप्सिको को अपनी मार्केटिंग रणनीतियों में बदलाव करने पर मजबूर कर रहा है। दोनों कंपनियां अब अपने उत्पादों को प्रमोट करने और ग्राहकों को लुभाने के लिए त्वरित कदम उठा रही हैं।टेलीकॉम सेक्टर का जियो प्रभावजब मुकेश अंबानी ने 2016 में Jio को लॉन्च किया था, तब टेलीकॉम उद्योग में भी ऐसी ही हलचल देखने को मिली थी। अन्य कंपनियों को अपने रिचार्ज प्लान की कीमतें घटानी पड़ी थीं, जिससे उन्हें अपने ग्राहकों को बनाए रखने के लिए कई लुभावने ऑफर देने पड़े। यही रणनीति अब कैंपा कोला के लिए भी काम कर सकती है।भारतीय बाजार में अवसरअंबानी का यह कदम भारतीय बाजार में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में भी है। "मेड इन इंडिया" का भावनात्मक पहलू कैंपा कोला को विदेशी ब्रांड्स, जैसे कोका-कोला और पेप्सी, के मुकाबले में खड़ा कर सकता है। अंबानी ने हमेशा से ही भारतीय बाजार के विशाल आकार को पहचानते हुए अपनी रणनीतियों को तैयार किया है, और अब वह FMCG क्षेत्र में भी यही दृष्टिकोण अपना रहे हैं।निष्कर्षमुकेश अंबानी का कैंपा कोला के साथ कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट में प्रवेश केवल एक व्यवसायिक कदम नहीं है, बल्कि यह भारतीय उपभोक्ताओं के लिए नए विकल्पों और प्रतिस्पर्धा का अवसर भी प्रदान करता है। अब देखने वाली बात होगी कि क्या कैंपा कोला अपने प्रतिस्पर्धियों को चुनौती दे पाएगी या नहीं। अगर अंबानी की रणनीति सफल होती है, तो यह बाजार के लिए एक नई दिशा साबित हो सकती है।