Reliance / 300 गैस के कुंओं से भी बात नहीं बन रही, रिलायंस ने अब बनाया ये प्लान

देश के सबसे अमीर इंसान मुकेश अंबानी कई तरह का बिजनेस करते हैं. इनमें से एक कोल बेड मीथेन गैस का प्रोडक्शन भी है. कंपनी के पास मध्य प्रदेश के सुहागपुर में कोल बेड मीथेन (CBM) का एक ब्लॉक है, लेकिन यहां मौजूद गैस के 300 कुंओं से भी कंपनी की जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है. इसलिए अब मुकेश अंबानी की कंपनी ने 1,000 करोड़ रुपए के इंवेस्टमेंट का प्लान बनाया है.

Reliance: देश के सबसे अमीर इंसान मुकेश अंबानी कई तरह का बिजनेस करते हैं. इनमें से एक कोल बेड मीथेन गैस का प्रोडक्शन भी है. कंपनी के पास मध्य प्रदेश के सुहागपुर में कोल बेड मीथेन (CBM) का एक ब्लॉक है, लेकिन यहां मौजूद गैस के 300 कुंओं से भी कंपनी की जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है. इसलिए अब मुकेश अंबानी की कंपनी ने 1,000 करोड़ रुपए के इंवेस्टमेंट का प्लान बनाया है.

रिलायंस इंडस्ट्रीज को अभी इस गैस ब्लॉक से सीबीएम के प्रोडक्शन में कमी का सामना करना पड़ रहा है.रिलायंस की सब्सिडियरी रिलायंस गैस पाइपलाइन लिमिटेड इस गैस फील्ड से उत्तर प्रदेश के फूलपुर तक 302 किमी की एक पाइपलाइन भी ऑपरेट करती है.ये देश के नेशनल गैस ग्रिड का हिस्सा है.

इतना रह गया है गैस का प्रोडक्शन

रिलायंस इंडस्ट्रीज का कहना है कि 300 गैस के कुंओं से अभी प्रोडक्शन होता है. वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान उसका एवरेज प्रोडक्शन 0.64 एमएससीएमडी (गैस को मापने की यूनिट) रह गया है, जो इससे पहले वित्त वर्ष 2022-23 और 2021-22 में औसतन 0.73 यूनिट था और इससे भी पहले 2020-21 और 2019-20 में 1 mscmd था.

कंपनी करेगी 1000 करोड़ का निवेश

रिलायंस इंडस्ट्रीज इस सेक्टर से गैस का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए 1000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी. इसके लिए कंपनी ने इस फील्ड में एक्स्ट्रा गैस के कुंए खोदने का प्लान बनाया है. इससे कंपनी को अगले 3 साल में फिर से अपना सीबीएम प्रोडक्शन 1 mscmd तक पहुंचाने में मदद मिलेगी. रिलायंस की सुहागपुर सीबीएम गैस फील्ड करीब 995 वर्ग किलोमीटर में फैली है.

सीबीएम एक तरह की नेचुरल गैस होती है. इसे कोल बेड में ट्रैप गैस को एक्स्ट्रैक्ट करके निकाला जाता है. बाद में इसे कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) की तरह इस्तेमाल किया जाता है. सीएजी का इस्तेमाल वाहनों से लेकर इंडस्ट्री लेवल पर भी होता है.