Tesla in India / इस साल Musk आ सकते हैं भारत, पीएम मोदी से बातचीत के बाद शेयर किया पोस्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत के बाद टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने 2025 के अंत में भारत दौरे की घोषणा की है। मस्क ने एक्स पर लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी से बात करना सम्मान की बात है। भारत आने का बेसब्री से इंतजार है।”

Tesla in India: टेस्ला और स्पेसएक्स के संस्थापक और दुनिया के अग्रणी उद्यमियों में शुमार एलन मस्क ने इस साल के अंत में भारत यात्रा की घोषणा की है। यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर हुई बातचीत के बाद सामने आई है। मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "प्रधानमंत्री मोदी से बात करना सम्मान की बात है। मैं इस साल के अंत में भारत आने का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूँ!"

एलन मस्क की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी की उस पोस्ट के जवाब में आई जिसमें मोदी ने उनके साथ हुई बातचीत का जिक्र किया था। प्रधानमंत्री ने लिखा, "एलन मस्क से बातचीत के दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इनमें इस साल की शुरुआत में वाशिंगटन डीसी में हमारी बैठक के दौरान उठाए गए विषय भी शामिल थे। हमने प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाओं पर विचार किया। भारत इन क्षेत्रों में अमेरिका के साथ अपनी साझेदारी को और गहराई देने के लिए प्रतिबद्ध है।"

इस संवाद से भारत और अमेरिका के बीच तकनीकी सहयोग को नई गति मिलने की उम्मीद की जा रही है। एलन मस्क की भारत में दिलचस्पी कई दृष्टिकोणों से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। एक ओर जहां भारत तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों और नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में अग्रसर है, वहीं दूसरी ओर मस्क की कंपनियां इन क्षेत्रों में क्रांतिकारी काम कर रही हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि मस्क की भारत यात्रा के पीछे व्यावसायिक संभावनाओं के साथ-साथ वैश्विक तकनीकी परिदृश्य में भारत की बढ़ती भूमिका भी एक अहम कारण है। टेस्ला के भारत में प्रवेश को लेकर लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही हैं, और यह दौरा इन अटकलों को हकीकत में बदल सकता है।

एलन मस्क अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में भी एक प्रभावशाली शख्सियत रहे हैं। वह अमेरिकी प्रशासन में सरकारी दक्षता विभाग का नेतृत्व कर चुके हैं, जिसका उद्देश्य सरकारी खर्च को घटाना और संघीय कार्यबल को कुशल बनाना था।

मस्क और मोदी के बीच संवाद से यह स्पष्ट है कि आने वाले समय में भारत वैश्विक तकनीकी नवाचार के केंद्र में एक प्रमुख भागीदार बनने जा रहा है। यह दौरा न केवल व्यापारिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि भारत-अमेरिका संबंधों में एक नई दिशा भी तय करेगा।