Tesla in India / BMW का Tesla के भारत आने पर क्या होगा? कंपनी ने पहले ही किया बड़ा ऐलान

बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया के CEO विक्रम पावाह ने कहा कि टेस्ला के आने से ईवी बाजार को बढ़ावा मिलेगा. 2025 की पहली तिमाही में कंपनी ने 646 ईवी यूनिट्स बेचीं. पावाह ने बताया कि प्रतिस्पर्धा से बाजार बढ़ता है और बीएमडब्ल्यू इसका स्वागत करती है.

Tesla in India: भारत के इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार में अमेरिकी दिग्गज कंपनी टेस्ला की संभावित एंट्री को लेकर जहां कुछ वाहन निर्माता सतर्कता बरत रहे हैं, वहीं बीएमडब्ल्यू (BMW) ग्रुप इंडिया की सोच अलग है। कंपनी के प्रबंध निदेशक और सीईओ विक्रम पावाह का मानना है कि टेस्ला का आगमन न केवल प्रतिस्पर्धा बढ़ाएगा, बल्कि पूरे ईवी सेगमेंट के विकास में भी सहायक सिद्ध होगा।

टेस्ला से प्रतिस्पर्धा नहीं, सहयोग की संभावना

एक इंटरव्यू में पीटीआई से बातचीत करते हुए पावाह ने स्पष्ट किया कि टेस्ला की एंट्री से बीएमडब्ल्यू चिंतित नहीं है। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि जब अधिक प्रतिस्पर्धा होती है, तो बाजार तेजी से बढ़ता है।" पावाह ने यह भी जोड़ा कि दुनिया भर के कई बाजारों में बीएमडब्ल्यू और टेस्ला साथ-साथ मौजूद हैं और बीएमडब्ल्यू लगातार मजबूती से आगे बढ़ रही है।

ईवी सेगमेंट में बीएमडब्ल्यू का प्रदर्शन

बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया ने 2025 की पहली तिमाही में ही 646 इलेक्ट्रिक यूनिट्स की बिक्री दर्ज की है। वर्ष 2024 में कंपनी ने कुल 1,249 ईवी कारें (BMW और MINI दोनों ब्रांड्स मिलाकर) बेची थीं। पावाह ने कहा कि कंपनी ने 2025 में अपनी कुल बिक्री का कम-से-कम 15 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहनों से हासिल करने का लक्ष्य रखा है — और यह आंकड़ा 20 प्रतिशत तक भी जा सकता है।

वैश्विक स्तर पर भी मजबूती

बीएमडब्ल्यू का ग्लोबल परफॉर्मेंस भी काफी प्रभावशाली रहा है। वर्ष 2024 में कंपनी ने कुल 4,26,594 फुल-इलेक्ट्रिक वाहन बेचे, जो कि पिछले साल की तुलना में 13.5 प्रतिशत अधिक है। BMW ब्रांड ने 3,68,523 यूनिट्स (11.6% वृद्धि) और MINI ब्रांड ने 56,181 यूनिट्स (24.3% वृद्धि) की बिक्री की है। इससे यह स्पष्ट है कि इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की दिशा में बीएमडब्ल्यू का कदम सटीक साबित हो रहा है।

भारतीय बाजार में टेस्ला की तैयारियां

वहीं दूसरी ओर, टेस्ला ने भारत में ऑपरेशंस शुरू करने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। कंपनी ने फरवरी 2025 में बिजनेस ऑपरेशन एनालिस्ट और कस्टमर असिस्टेंट एक्सपर्ट जैसे पदों पर नियुक्तियां शुरू की हैं, जो इस बात का संकेत है कि भारतीय बाजार में उसकी एंट्री अब दूर नहीं।

भविष्य की दिशा

पावाह का कहना है कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए काफी संभावनाएं हैं, और बीएमडब्ल्यू इस अवसर को भुनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि 2025 की पहली तिमाही में कंपनी की कुल बिक्री में EV की हिस्सेदारी 17 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। कुल मिलाकर, BMW ग्रुप इंडिया टेस्ला जैसी कंपनियों की एंट्री को खतरे के रूप में नहीं, बल्कि एक प्रेरक शक्ति के रूप में देख रही है जो पूरे सेक्टर को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है।