News18 : Jul 27, 2020, 10:15 AM
Delhi: भारत में 59 चीनी ऐप्स बैन (china apps ban) करने के बाद अब सरकार चीन की कुछ अन्य 275 ऐप्स पर बैन की तैयारी में है। सरकार चेक कर रही है कि ये ऐप्स किसी भी तरह से नेशनल सिक्योरिटी (security) और यूज़र प्राइवेसी के लिए खतरा तो नहीं बन रही हैं। सूत्रों के मुताबिक जिन कंपनियों का सर्वर चीन में है, उनपर पहले रोक लगाने की कोशिश की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, इन 275 ऐप्स में गेमिंग ऐप PUBG भी शामिल है, जो चाइना के वैल्यूबल इंटरनेट Tencent का हिस्सा है। साथ ही इसमें Xiaomi की बनाई गई Zili ऐप, ई-कॉमर्स Alibaba की Aliexpress ऐप, Resso ऐप और Bytedance की ULike ऐप शामिल है। इस डेवलपमेंट से जुड़े एक शख्स ने बताया कि सरकार इन सभी 275 ऐप्स को, या इनमें से कुछ ऐप्स को बैन कर सकती है। हालांकि, अगर कोई खामी नहीं पाई जाती है तो कोई भी ऐप बैन नहीं होगा।इस घटनाक्रम से जुड़े एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि चीन के ऐप्स का लगातार रिव्यू किया जा रहा है और ये भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उन्हें फंडिंग कहां से हो रही है। अधिकारी के मुताबिक पाया गया है कि कुछ ऐप्स राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक है। साथ ही कुछ ऐप डेटा शेयरिंग और प्राइवेसी के नियमों का उल्लंघन कर रही हैं।नियम बनाने की तैयारी में सरकाररिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार अब ऐप्स के लिए नियम बना रही है, जिन पर सभी को खरा उतरना होगा, और अगर ऐसा नहीं होता है तो उन ऐप्स पर बैन होने का खतरा रहेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ये सरकार का बड़ा प्लान है, ताकि साइबर सिक्योरिटी को मजबूत बनाया जा सके और भारतीय नागरिकों के डेटा को सिक्योर किया जा सके। इन नियमों और गाइडलाइन्स में बताया जाएगा कि किसी ऐप को क्या करने और क्या नहीं करना है।
मोदी सरकार ने कुछ दिन पहले 59 चीनी ऐप बैन किया था, जिनमें सबसे पॉपुलर टिकटॉक (tiktok) भी शामिल था। इसके अलावा इसें अलीबाबा के UCWeb और UC न्यूज़ भी थे। साथ ही इसमें शेयरit और कैमस्कैनर जैसी पॉपुलर ऐप भी मौजूद थीं।
सूत्रों के मुताबिक, इन 275 ऐप्स में गेमिंग ऐप PUBG भी शामिल है, जो चाइना के वैल्यूबल इंटरनेट Tencent का हिस्सा है। साथ ही इसमें Xiaomi की बनाई गई Zili ऐप, ई-कॉमर्स Alibaba की Aliexpress ऐप, Resso ऐप और Bytedance की ULike ऐप शामिल है। इस डेवलपमेंट से जुड़े एक शख्स ने बताया कि सरकार इन सभी 275 ऐप्स को, या इनमें से कुछ ऐप्स को बैन कर सकती है। हालांकि, अगर कोई खामी नहीं पाई जाती है तो कोई भी ऐप बैन नहीं होगा।इस घटनाक्रम से जुड़े एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि चीन के ऐप्स का लगातार रिव्यू किया जा रहा है और ये भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उन्हें फंडिंग कहां से हो रही है। अधिकारी के मुताबिक पाया गया है कि कुछ ऐप्स राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक है। साथ ही कुछ ऐप डेटा शेयरिंग और प्राइवेसी के नियमों का उल्लंघन कर रही हैं।नियम बनाने की तैयारी में सरकाररिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार अब ऐप्स के लिए नियम बना रही है, जिन पर सभी को खरा उतरना होगा, और अगर ऐसा नहीं होता है तो उन ऐप्स पर बैन होने का खतरा रहेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ये सरकार का बड़ा प्लान है, ताकि साइबर सिक्योरिटी को मजबूत बनाया जा सके और भारतीय नागरिकों के डेटा को सिक्योर किया जा सके। इन नियमों और गाइडलाइन्स में बताया जाएगा कि किसी ऐप को क्या करने और क्या नहीं करना है।
मोदी सरकार ने कुछ दिन पहले 59 चीनी ऐप बैन किया था, जिनमें सबसे पॉपुलर टिकटॉक (tiktok) भी शामिल था। इसके अलावा इसें अलीबाबा के UCWeb और UC न्यूज़ भी थे। साथ ही इसमें शेयरit और कैमस्कैनर जैसी पॉपुलर ऐप भी मौजूद थीं।