Vikrant Shekhawat : Jul 29, 2021, 04:58 PM
अमेरिका की प्रसिद्ध मॉडल कैप्रिस बौरेट आजकल अपने एक बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में कैप्रिस ने सेक्स पर अपनी राय जाहिर की है। कैप्रिस ने कहा है कि महिलाओं को अपने पति को सेक्स के लिए कभी भी मना नहीं करना चाहिए। कैप्रिस ने कहा, 'महिलाओं को पति के साथ हर दिन सेक्स करने पर राजी हो जाना चाहिए। 5-10 मिनट देकर सेक्स लाइफ को बेहतर बनाया जा सकता है। बेडरूम से जुड़ी किसी भी तरह की शिकायत महिलाओं को नहीं करनी चाहिए। आपको ये नहीं कहना चाहिए कि मैं आज थकी हूं या फिर मेरे सिर में दर्द है।' 49 साल की कैप्रिस दो बच्चों की मां हैं।
कैप्रिस ने कहा, 'सेक्स मुश्किल से आपकी जिंदगी का 5-10 मिनट लेता है। मैं और मेरे पति हर दिन सेक्स करते हैं।' कैप्रिस कहती हैं, 'पुरुष बहुत भोले होते हैं और इन्हें खुश करना बहुत आसान होता है। खाना खिलाने, तारीफ करने और सेक्स से बड़ी आसानी से इनका दिल जीता जा सकता है।'
कैप्रिस ने कहा, 'पहले लॉकडाउन के दौरान मैं बहुत एक्टिव और क्रिएटिव थी। जबकि दूसरा लॉकडाउन मेरे लिए तनाव वाला रहा। इस तनाव को दूर करने में सेक्स बहुत काम आया। सेक्स के बिना रिलेशनशिप खत्म हो जाता है और आपको इसे जिंदा रखने की कोशिश करनी चाहिए।'
कैप्रिस ने कहा, 'शादी के बाद मेरी जिंदगी बिल्कुल बदल गई है। भले ही मेरे और मेरे पति के बीच लड़ाइयां होती हों लेकिन शादीशुदा होने से आप मानसिक तौर पर भी जुड़े रहते हैं। शादी के बाद पार्टनर को छोड़कर जाने की बात कहना आसान नहीं है।'
हालांकि, कैप्रिस के इस इंटरव्यू की काफी आलोचना भी हो रही है। UK की प्रसिद्ध पत्रकार बेल मूनी कैप्रिस के इन बयानों को बकवास मानती हैं। उन्होंने डेली मेल को बताया, 'महिलाओं को दी गई ये अब तक की सबसे खराब और बेवकूफी भरी सलाह है। कामकाजी, ब्रेस्टफीड कराने वाली या फिर मेनोपॉज से गुजर रही महिलाओं से आप ये उम्मीद नहीं कर सकते कि वो ना बोलें कि मुझे सिरदर्द या थकान है। किसी भी रिलेशनशिप को जिंदा रखने के लिए सेक्स नहीं बल्कि प्यार काम आता है जो जिंदगी भर साथ रहता है।' कैप्रिस के इन बयानों पर लेखिका केट स्पाइसर ने कहा, 'सेक्स को लेकर किसी भी महिला को किसी तरह आदेश देना सरासर गलत है। किसी के जीवन में सेक्स खुशियां ला सकता है तो किसी के लिए ये एक खराब अनुभव भी हो सकता है। पति को सेक्स के लिए मना ना करना कुछ ऐसा है जैसे कि हम सदियों पुरानी कोई रुढ़िवादी किताब पढ़ रहे हों। सेक्स के बिना रिलेशनशिप नहीं संभव है ये एक डराने वाली बात लगती है। सेक्स जरूरी है लेकिन इसमें दोनों तरफ से शारीरिक और मानसिक आजादी भी जरूरी है। महिलाओं से ना कहने का अधिकार कभी नहीं छीनना चाहिए क्योंकि हमने इसके लिए लंबी लड़ाई लड़ी है।'पत्रकार मोनिका पॉर्टर ने भी कैप्रिस के इस इंटरव्यू पर अपनी राय जाहिर की है। उन्होंने कहा, 'शादी के बाद फिजिकल रिलेशनशिप जरूरी है लेकिन कभी-कभी सेक्स के लिए मना करना बिल्कुल गलत नहीं है। अगर आप शारीरिक या मानसिक रूप से ठीक नहीं महसूस कर रहीं हैं तो वैसे भी सेक्स में कोई रोमांच नहीं रह जाएगा। अगर फिर भी आप खुद को सेक्स के लिए राजी करती हैं तो आपके पति इस चीज को जरूर नोटिस करेंगे। अच्छा होगा कि आप एक-दो दिन का ब्रेक लेकर अच्छे मूड में सेक्स करें।'मनोचिकित्सक ओलिविआ फेन का कहना है, 'सिर्फ 10 मिनट के सेक्स से रिलेशनशिप बचाया जा सकता है, इस बात में कोई तर्क नहीं है। ये मेरी दूसरी शादी है जबकि पहली शादी में हम लगभग हर दिन सेक्स करते थे। सेक्स एक ऐसी चीज है जो तभी काम करती है जब दोनों पार्टनर्स बराबर से अपनी भूमिका निभाएं। ये सिर्फ शारीरिक नहीं बल्कि एक-दूसरे पर भरोसा जताने वाली भी चीज है। सेक्स को हमेशा रोमांचकारी बनाने की जगह इसे स्वाभाविक तरीके से करना ज्यादा बेहतर होता है।'
कैप्रिस ने कहा, 'सेक्स मुश्किल से आपकी जिंदगी का 5-10 मिनट लेता है। मैं और मेरे पति हर दिन सेक्स करते हैं।' कैप्रिस कहती हैं, 'पुरुष बहुत भोले होते हैं और इन्हें खुश करना बहुत आसान होता है। खाना खिलाने, तारीफ करने और सेक्स से बड़ी आसानी से इनका दिल जीता जा सकता है।'
कैप्रिस ने कहा, 'पहले लॉकडाउन के दौरान मैं बहुत एक्टिव और क्रिएटिव थी। जबकि दूसरा लॉकडाउन मेरे लिए तनाव वाला रहा। इस तनाव को दूर करने में सेक्स बहुत काम आया। सेक्स के बिना रिलेशनशिप खत्म हो जाता है और आपको इसे जिंदा रखने की कोशिश करनी चाहिए।'
कैप्रिस ने कहा, 'शादी के बाद मेरी जिंदगी बिल्कुल बदल गई है। भले ही मेरे और मेरे पति के बीच लड़ाइयां होती हों लेकिन शादीशुदा होने से आप मानसिक तौर पर भी जुड़े रहते हैं। शादी के बाद पार्टनर को छोड़कर जाने की बात कहना आसान नहीं है।'
हालांकि, कैप्रिस के इस इंटरव्यू की काफी आलोचना भी हो रही है। UK की प्रसिद्ध पत्रकार बेल मूनी कैप्रिस के इन बयानों को बकवास मानती हैं। उन्होंने डेली मेल को बताया, 'महिलाओं को दी गई ये अब तक की सबसे खराब और बेवकूफी भरी सलाह है। कामकाजी, ब्रेस्टफीड कराने वाली या फिर मेनोपॉज से गुजर रही महिलाओं से आप ये उम्मीद नहीं कर सकते कि वो ना बोलें कि मुझे सिरदर्द या थकान है। किसी भी रिलेशनशिप को जिंदा रखने के लिए सेक्स नहीं बल्कि प्यार काम आता है जो जिंदगी भर साथ रहता है।' कैप्रिस के इन बयानों पर लेखिका केट स्पाइसर ने कहा, 'सेक्स को लेकर किसी भी महिला को किसी तरह आदेश देना सरासर गलत है। किसी के जीवन में सेक्स खुशियां ला सकता है तो किसी के लिए ये एक खराब अनुभव भी हो सकता है। पति को सेक्स के लिए मना ना करना कुछ ऐसा है जैसे कि हम सदियों पुरानी कोई रुढ़िवादी किताब पढ़ रहे हों। सेक्स के बिना रिलेशनशिप नहीं संभव है ये एक डराने वाली बात लगती है। सेक्स जरूरी है लेकिन इसमें दोनों तरफ से शारीरिक और मानसिक आजादी भी जरूरी है। महिलाओं से ना कहने का अधिकार कभी नहीं छीनना चाहिए क्योंकि हमने इसके लिए लंबी लड़ाई लड़ी है।'पत्रकार मोनिका पॉर्टर ने भी कैप्रिस के इस इंटरव्यू पर अपनी राय जाहिर की है। उन्होंने कहा, 'शादी के बाद फिजिकल रिलेशनशिप जरूरी है लेकिन कभी-कभी सेक्स के लिए मना करना बिल्कुल गलत नहीं है। अगर आप शारीरिक या मानसिक रूप से ठीक नहीं महसूस कर रहीं हैं तो वैसे भी सेक्स में कोई रोमांच नहीं रह जाएगा। अगर फिर भी आप खुद को सेक्स के लिए राजी करती हैं तो आपके पति इस चीज को जरूर नोटिस करेंगे। अच्छा होगा कि आप एक-दो दिन का ब्रेक लेकर अच्छे मूड में सेक्स करें।'मनोचिकित्सक ओलिविआ फेन का कहना है, 'सिर्फ 10 मिनट के सेक्स से रिलेशनशिप बचाया जा सकता है, इस बात में कोई तर्क नहीं है। ये मेरी दूसरी शादी है जबकि पहली शादी में हम लगभग हर दिन सेक्स करते थे। सेक्स एक ऐसी चीज है जो तभी काम करती है जब दोनों पार्टनर्स बराबर से अपनी भूमिका निभाएं। ये सिर्फ शारीरिक नहीं बल्कि एक-दूसरे पर भरोसा जताने वाली भी चीज है। सेक्स को हमेशा रोमांचकारी बनाने की जगह इसे स्वाभाविक तरीके से करना ज्यादा बेहतर होता है।'