देश / इतने वर्षों में पहली बार ऐसा देखा, छोटी पार्टियों को बोलने का मौका नहीं मिलता: जया बच्चन

सपा सांसद जया बच्चन ने लोकसभा में 3 कृषि कानून वापसी का विधेयक बिना किसी चर्चा के पारित होने के बाद कहा है, "मुझे यहां इतने वर्ष हो गए हैं...पहली बार इस तरह का माहौल देख रही हूं।" उन्होंने आगे कहा, "बिल इतने हंगामे के बीच पास हो गया। छोटी पार्टियों को यहां बोलने का मौका नहीं मिलता है।"

Vikrant Shekhawat : Nov 30, 2021, 10:23 AM
नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी (SP) की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने सोमवार को बिना चर्चा के उच्च सदन में कृषि कूनन की वापसी वाले विधेयक को पारित करने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। जया बच्चन ने कहा कि उन्होंने संसद में ऐसा माहौल कभी नहीं देखा, जहां विपक्ष को भी बोलने की अनुमति नहीं दी गई।

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए जया बच्चन ने कहा कि मेरा प्वाइंट ये है कि इतना महत्वपूर्ण बिल राज्यसभा में बिना किसी चर्चा के पारित हो गया। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि संसद में कार्यवाही कैसे चल चल रही है। उन्होंने आगे कहा 'मैं कई सालों से सांसद हूं, लेकिन यह पहली बार है जब मैं ऐसा माहौल देख रही हूं, जहां विपक्ष के नेता, जो कि बोल रहे थे को केंद्रीय मंत्री की ओर से बीच में रोका गया और उन्हें मौका भी नहीं दिया गया। हंगामे के बीच बिल पास हो गया, यह क्या है?'

संसद की सुरक्षा के लिए विशेष विधेयक की मांग

जया बच्चन ने संसद की सुरक्षा करने के लिए एक विशेष विधेयक की मांग की। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी पार्टियां हैं, उन्हें बोलने का मौका नहीं मिलता है। किसानों को होने वाले नुकसान, विरोध में जान गंवाने वाले, महंगाई जैसे मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा किसानों ने आंदोलन के दौरान काम नहीं किया और इससे फसलों के उत्पादन पर असर पड़ा। सरकार क्या कर रही है? आप क्या खाएंगे? पानी भी दूषित है, हवा भी दूषित है।

दोनों सदनों से पास हुआ कृषि कानून की वापसी वाला बिला

संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा ने सोमवार को तीन विवादित कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले विधेयक को बिना चर्चा के मंजूरी प्रदान कर दी। इससे पहले इस निरसन विधेयक को लोकसभा में बिना चर्चा के पारित किया गया। विपक्षी दलों ने इस विधेयक पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा किया लेकिन इसे नजरअंदाज करते हुए विधेयक को पहले लोकसभा ओर फिर उसके बाद राज्यसभा में पारित कर दिया गया।