India-Maldives News / मालदीव के अब एक मंत्री ने बनाया पीएम मोदी का मजाक, भारत की आपत्ति पर आया ये जवाब

चीनी सरकार की ओर अत्यधिक झुकाव रखने वाले मालद्वीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मो. मुइज्जू ने पहले परंपरा तोड़ी और अब उनकी एक मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजाक बनाने वाली टिप्पणी करके दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा दिया है। भारत की ओर से आपत्ति जाहिर करने के बाद मालद्वीव को इस मामले पर सफाई देने के लिए मजबूर होना पड़ा है। मालदीव सरकार ने रविवार को एक बयान जारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा पर

Vikrant Shekhawat : Jan 07, 2024, 05:24 PM
India-Maldives News: चीनी सरकार की ओर अत्यधिक झुकाव रखने वाले मालद्वीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मो. मुइज्जू ने पहले परंपरा तोड़ी और अब उनकी एक मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजाक बनाने वाली टिप्पणी करके दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा दिया है। भारत की ओर से आपत्ति जाहिर करने के बाद मालद्वीव को इस मामले पर सफाई देने के लिए मजबूर होना पड़ा है। मालदीव सरकार ने रविवार को एक बयान जारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा पर मंत्री शिउना की टिप्पणी पर अपना रुख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि वे ऐसी "अपमानजनक टिप्पणी" करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे।  मालद्वीव की मंत्री शिउना ने पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी करने के साथ ही मालद्वीप के द्वीपों का लक्षद्वीप से तुलना करने पर भी मजाक बनाया था।

वहीं इससे पहले मालदीव के राष्ट्रपति ने मो. मुइज्जू ने सत्ता संभालने के बाद सबसे पहले तुर्की और उसके बाद चीन की यात्रा पर जाने का ऐलान करके पुरानी परंपरा को तोड़ दिया। जबकि पहले की सरकारों में भारत उनकी प्राथमिकता में रहा करता था। इस पर भारत के विदेश मंत्रालय ने जवाब देते कहा कि यह मालद्वीपर निर्भर करता है कि वह किस देश के साथ कैसा संबंध रखना चाहते हैं। बता दें कि चीनी विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार आगामी 8 से 12 जनवरी तक मालद्वीव के राष्ट्रपति मुइज्जु बीजिंग की राजकीय यात्रा करेंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "यह उन्हें तय करना है कि वे कहां जाते हैं और अपने अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बारे में कैसे सोचते हैं।"

पीएम मोदी पर मालद्वीव की मंत्री की टिप्पणी से मचा बवाल

बता दें कि पिछले कुछ महीनों में मो. मुइज्जु के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत-मालदीव संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप द्वीपसमूह की यात्रा के कुछ दिनों बाद मालदीव की एक मंत्री और अन्य नेताओं की सोशल मीडिया पोस्ट से विवाद पैदा हो गया है। 36 द्वीपों वाले देश के सबसे छोटे केंद्र शासित प्रदेश में पीएम मोदी की यात्रा को द्वीप पर पर्यटन को बढ़ावा देने के एक कदम के रूप में देखा गया। ट्वीट में मंत्रियों ने पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया साथ ही भारत पर मालदीव को निशाना बनाने का आरोप लगाया और कहा कि समुद्र तट पर्यटन में मालदीव के साथ प्रतिस्पर्धा करने में भारत को महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। यह ट्वीट लक्षद्वीप में स्नॉर्केलिंग के बारे में एक्स पर पीएम मोदी की पोस्ट के वायरल होने के बाद आया, जिससे भारत में सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने मालदीव के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में द्वीप केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप की यात्रा का सुझाव दिया था। 


मालद्वीव के पूर्व राष्ट्रपति ने नेताओं की खिंचाई की

भारत के साथ संबंध खराब करने वाले मालद्वीव के मंत्रियों की टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हुए पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने कहा कि मौजूदा राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू दुनिया को यह बताएं कि उनके मंत्रियों की टिप्पणियां "सरकारी नीति को प्रतिबिंबित नहीं करती हैं"। "मालदीव सरकार की अधिकारी मरियम शिउना ने एक प्रमुख सहयोगी देश (भारत) जो मालदीव की सुरक्षा और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है,  के नेता के प्रति कितनी भयावह भाषा बोली है। उन्होंने कहा कि मोहम्मद मुइज्जू सरकार को इन टिप्पणियों से खुद को दूर रखना चाहिए और भारत को स्पष्ट आश्वासन देना चाहिए कि वे सरकार की नीति को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं।

मालद्वीव सरकार ने जताया खेद

 दबाव में आने के बाद मालदीव सरकार ने जारी बयान में कहा, "सरकार का मानना ​​है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रयोग लोकतांत्रिक और जिम्मेदार तरीके से किया जाना चाहिए, और ऐसे तरीकों से किया जाना चाहिए, जिससे नफरत, नकारात्मकता न फैले और मालदीव और उसके अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के बीच घनिष्ठ संबंधों में बाधा न आए।" सरकार ने कहा, "इसके अलावा, सरकार के संबंधित अधिकारी ऐसी अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे।" बता दें कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद पिछले कुछ महीनों में भारत-मालदीव संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं।