News18 : Nov 15, 2019, 06:19 PM
पेरिस. भारत ने पेरिस (Paris) में हुई यूनेस्को (UNESCO) की आम सभा में पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला है. भारत की राजनयिक अनन्या अग्रवाल (Ananya Agarwal) ने कहा कि पाकिस्तान एक ढोंगी राष्ट्र है. आर्थिक संकट के हालात से जूझ रहे पाकिस्तान के डीएनए (DNA) में आतंकवाद है. पाकिस्तान (Pakistan) के विक्षिप्त (Neurotic) व्यक्ति की तरह व्यवहार करने के कारण आज ये देश आर्थिक (Economy) और सामाजिक (Society) तौर पर मुसीबत में फंसा है. पाकिस्तान अपने व्यवहार के कारण अपनी अर्थव्यवस्था को उबारने में नाकाम हो चुका है. पाकिस्तान कमजोर अर्थव्यवस्था, चरमपंथी समाज और आतंकवाद का समर्थन करने के कारण एक राष्ट्र के तौर पर नाकाम साबित हो चुका है. अनन्या अग्रवाल समिट में जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के मौजूदा हालात को लेकर भारत पर लगाए गए पाकिस्तान के आरोपों का जवाब दे रही थीं.यूनेस्को को भारत के खिलाफ जहर उगलने के लिए इस्तेमाल करने की निंदा कीअनन्या अग्रवाल ने कहा कि हम यूनेस्को को भारत के खिलाफ जहर उगलने के मंच के तौर पर इस्तेमाल करने की पाकिस्तान की कोशिशों की कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि 2018 में पाकिस्तान फ्रेजाइल स्टेट इंडेक्स (Fragile State Index) में 14वें स्थान पर था. भारतीय राजनयिक (Indian Diplomate) ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) पर आरोप लगाया कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र (UN) के मंच को परमाणु युद्ध (Nuclear War) की धमकी देने के लिए इस्तेमाल किया. इमरान ने सितंबर, 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के एक सत्र में धमकी दी थी कि अगर दो परमाणु हथियार संपन्न देशों के बीच युद्ध हुआ तो इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा. पाकिस्तान पर हमले की धार को तेज करते हुए अग्रवाल ने कहा, 'क्या यहां मौजूद लोग इस बात पर भरोसा करेंगे कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) ने हाल में ओसामा बिन लादेन (Osama Bin Laden) और जलालुद्दीन हक्कानी (Haqqani) जैसे आतंकियों को पाकिस्तानी हीरो बताया था.''बंटवारे के समय पाक में थे 23 फीसदी अल्पसंख्यक, अब रह गए 3 फीसदी'भारतीय राजनयिक ने कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय (International Community) के सामने भारत की छवि धूमिल करने के लिए खोखली बयानबाजी करता रहता है, जबकि उनकी अपनी जमीन पर अल्पसंख्यक समुदाय (Minorities) के मानवाधिकारों (Human Rights) का बार-बार उल्लंघन किया जा रहा है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय की हालत बदतर हो चुकी है. बंटवारे के बाद पाकिस्तान में 23 फीसदी अल्पसंख्यक थे, जो आज घटकर 3 फीसदी रह गए हैं. पाकिस्तान में ईसाई, सिख, हिंदू, शिया, पख्तून, सिंधी और बलोच समुदाय के लोगों को ईश निंदा कानून, आपत्तिजनक टिप्पणी व जबरन धर्म परिवर्तन के जरिये हर दिन परेशान किया जाता है. आज पाकिस्तान में महिलाओं को ऑनर किलिंग, एसिड अटैक, जबरन निकाह, बाल विवाह और जबरन धर्म परिवर्तन के जरिये प्रताड़ित किया जा रहा है.'आतंकवाद का महिमामंडन करता है पाकिस्तान, मंच का दुरुपयोग रोका जाए'भारत की राजनयिक अनन्या अग्रवाल (Ananya Agarwal) ने पाकिस्तान को पाखंडी बताया. साथ ही कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) एक राष्ट्र के तौर पर अपने घटिया रिकॉर्ड को छुपाने के लिए झूठे तथ्य गढ़ता रहता है. पाकिस्तान अपनी ही जमीन पर अल्पसंख्यकों (Minorities) पर किए जा रहे अत्याचारों को छुपाने की कोशिश में लगातार झूठ बोलता रहता है. वहीं, पाकिस्तान आतंकवाद (Terrorism) का महिमामंडन (Glorification) करता है. अनन्या अग्रवाल ने उम्मीद जताई कि यूनेस्को के सदस्य किसी भी सदस्य की ओर से इस मंच के दुरुपयोग को रोकेंगे. साथ ही ऐसी हर कोशिश को खारिज करने के लिए सभी सदस्य देश साथ आएंगे.