Vikrant Shekhawat : Jan 19, 2021, 03:34 PM
ब्रिसबेन के गाबा मैदान में युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत, जिन्होंने नाबाद 89 (138 गेंद) की पारी खेली, ने कहा कि यह उनके जीवन का सबसे बड़ा क्षण है। ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 328 रनों का लक्ष्य रखा था। टीम इंडिया ने मंगलवार को मैच के आखिरी दिन 7 विकेट खोकर हासिल कर लिया। पंत को उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
पंत ने मैच के बाद कहा, 'यह मेरे जीवन का अब तक का सबसे बड़ा क्षण है। मुझे खुशी है कि जब मैं नहीं खेल रहा था तो सपोर्ट स्टाफ और मेरी टीम के सभी साथियों ने मेरा साथ दिया। यह एक सपने जैसी श्रृंखला रही है।23 वर्षीय पंत ने कहा, 'टीम प्रबंधन ने हमेशा मेरा समर्थन किया और हमेशा कहा कि आप मैच जीतने वाले खिलाड़ी हैं और आपको टीम के लिए मैच जीतना है। मैं हर दिन सोचता था कि मुझे भारत के लिए मैच जीतना है और मैंने आज यह किया।
पंत ने मैच के बाद कहा, 'यह मेरे जीवन का अब तक का सबसे बड़ा क्षण है। मुझे खुशी है कि जब मैं नहीं खेल रहा था तो सपोर्ट स्टाफ और मेरी टीम के सभी साथियों ने मेरा साथ दिया। यह एक सपने जैसी श्रृंखला रही है।23 वर्षीय पंत ने कहा, 'टीम प्रबंधन ने हमेशा मेरा समर्थन किया और हमेशा कहा कि आप मैच जीतने वाले खिलाड़ी हैं और आपको टीम के लिए मैच जीतना है। मैं हर दिन सोचता था कि मुझे भारत के लिए मैच जीतना है और मैंने आज यह किया।
भारत ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से जीतने के बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को बरकरार रखा है। टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में एक ऐसे समय में इतिहास रचा, जब FITNESS एक महत्वपूर्ण मुद्दा था।श्रृंखला में घायल खिलाड़ियों की लाइन लंबी होती जा रही थी, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों के दृढ़ संकल्प ने ऑस्ट्रेलिया पर ऐसी जीत हासिल की, जिसे सालों तक याद रखा जाएगा।टीम इंडिया ने न केवल ब्रिस्बेन के विजयी रथ को रोका, जो 33 वर्षों से अजेय रहा है, बल्कि यहां उच्चतम लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया। इससे पहले, वेस्टइंडीज ने 1951 में चौथी पारी में सर्वोच्च लक्ष्य का पीछा करते हुए गाबा को जीता था, जब उन्होंने 236 रन बनाए थे।The winning moment 🙌#AUSvIND | #WTC21 pic.twitter.com/skaJTXB055
— ICC (@ICC) January 19, 2021