राजस्थान का सियासी घमासान / जैसलमेर के होटल में बंद विधायकों की हो रही फोन टैपिंग: गजेंद्र सिंह शेखावत

राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कांग्रेस नेता सचिन पायलट के जरिए बागी तेवर अख्तियार करने के बाद से ही राजस्थान में कांग्रेस गहलोत और पायलट गुट में बंट चुकी है। राजस्थान में जारी सियासी टकराव के कारण बीजेपी भी कांग्रेस पर जमकर हमला बोल रही है। अब गजेंद्र सिंह शेखावत ने विधायकों के फोन टैप करने का आरोप लगाया है।

AajTak : Aug 07, 2020, 05:15 PM
राजस्थान: में अशोक गहलोत की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कांग्रेस नेता सचिन पायलट के जरिए बागी तेवर अख्तियार करने के बाद से ही राजस्थान में कांग्रेस गहलोत और पायलट गुट में बंट चुकी है। राजस्थान में जारी सियासी टकराव के कारण बीजेपी भी कांग्रेस पर जमकर हमला बोल रही है। अब गजेंद्र सिंह शेखावत ने विधायकों के फोन टैप करने का आरोप लगाया है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीजेपी और सचिन पायलट पर मिलीभगत से कांग्रेस के विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा चुके हैं। जिसके बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश कांग्रेस के विधायकों को होटल में रखा हुआ है। वहीं अब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि जैसलमेर के होटल में बंद विधायकों के फोन टैपिंग, इंटरकॉम टैपिंग हो रही है। साथ ही होटल में मोबाइल जैमर भी लगाए गए हैं।

गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर कहा है कि चुने हुए विधायकों को भेड़ बकरियों की तरह हांक कर, डरा-धमका कर, निगरानी में रख कर, उनकी जासूसी कर कौन से लोकतंत्र को बचाने की नौटंकी कर रहे हैं गहलोत? शेखावत ने कहा कि अगर आपस में इतना अविश्वास है तो यह बात स्पष्ट है कि राजस्थान में सरकार का कोई अस्तित्व नहीं है। यहां सिर्फ एक व्यक्ति के सत्ता लालच में तानाशाही चल रही है।

पायलट गुट का आरोप

इससे पहले सचिन पायलट गुट की ओर से भी विधायकों की फोन टैपिंग का आरोप लगाया जा चुका है। गहलोत कैंप पर बड़ा आरोप लगाते हुए पायलट गुट ने दावा किया कि जैसलमेर के सूर्यगढ़ होटल में जो विधायक और मंत्री रुके हुए हैं, उनका फोन टैप किया जा रहा है। ये दावा करते हुए पायलट गुट ने कुछ कागज भी जारी किए हैं।


सचिन पायलट गुट का कहना है कि होटल सूर्यगढ़ में चार जैमर लगाए गए हैं। होटल में रिसेप्शन ही एक ऐसी जगह है जहां से फोन पर बात करना संभव है। सूत्रों का कहना है कि हर संदिग्ध विधायक पर नजर रखी जा रही है कि वो किससे बात कर रहे हैं।