IND vs NZ / दूसरे टी-20 इंटरनेशनल मैच पर खतरे के बादल, इस मामले में फंस गया पेंच

झारखंड हाई कोर्ट के वकील धीरज कुमार ने झारखंड राज्य क्रिकेट संघ के जेएससीए स्टेडियम में न्यूजीलैंड और भारत के बीच शुक्रवार को होने वाले सीरीज के दूसरे टी20 मैच में 100 फीसदी सीट दर्शकों के लिए खोले जाने के खिलाफ जनहित याचिका (PIL) दाखिल की है. याचिका में शुक्रवार के मैच को स्थगित करने या पूरी क्षमता से स्टेडियम के उपयोग पर रोक लगाने की मांग की गई है.

Vikrant Shekhawat : Nov 18, 2021, 09:16 PM
रांची: भारत-न्यूजीलैंड टी20 सीरीज (India vs New Zealand T20 Series) का दूसरा मुकाबला 19 नवंबर को रांची (Ranchi) के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम (JSCA International Stadium) में खेला जाना है, लेकिन इस मैच को लेकर को लेकर सस्पेंस पैदा हो गया है.

मैच के खिलाफ हाई कोर्ट में अर्जी

रांची (Ranchi) में होने वाले दूसरे मैच को स्थगित करने या सिर्फ स्टेडियम की क्षमता के आधे दर्शकों के साथ ही मैच कराने की इजाजत देने की मांग के साथ झारखंड हाई कोर्ट (Jharkhand High Court) में याचिका दाखिल की गई है.

इस वकील ने किया विरोध

झारखंड हाई कोर्ट के वकील धीरज कुमार ने झारखंड राज्य क्रिकेट संघ के जेएससीए स्टेडियम में न्यूजीलैंड और भारत के बीच शुक्रवार को होने वाले सीरीज के दूसरे टी20 मैच में 100 फीसदी सीट दर्शकों के लिए खोले जाने के खिलाफ जनहित याचिका (PIL) दाखिल की है.

100 फीसदी दर्शकों की एंट्री पर विवाद

धीरज कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर जब राज्य के मंदिर, सभी अदालतों सहित अन्य कार्यालय भी 50 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ काम कर रहे हैं तो किस नियम के तहत राज्य सरकार ने क्रिकेट स्टेडियम को 100 फीसदी क्षमता के साथ इस्तेमाल करने की छूट दी है? याचिका में शुक्रवार के मैच को स्थगित करने या पूरी क्षमता से स्टेडियम के उपयोग पर रोक लगाने की मांग की गई है.

जल्द सुनवाई की गुजारिश

अधिवक्ता धीरज कुमार (Advocate Dheeraj Kumar) ने याचिका पर जल्द सुनवाई के लिए अदालत में विशेष आग्रह भी किया है जिससे जल्द से जल्द सुनवाई हो और इस मामले में राज्य सरकार के आदेश पर रोक लगाई जा सके.

झारखंड सरकार ने दी है इजाजत

अहम बात ये है कि दो दिन पूर्व राज्य सरकार ने न्यूजीलैंड और भारत के बीच होने वाले क्रिकेट मैच के लिए स्टेडियम की 50 फीसदी सीट ही बुक करने की अनुमति दी थी लेकिन फिर इस फैसले को वापस ले लिया और आयोजकों को मैच के लिए स्टेडियम की सभी सीटें बुक करने की छूट दे दी.