चक्रवाती तूफान / पीएम मोदी ने ताउते से प्रभावित हुए गुजरात व दीव के क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ताउते से प्रभावित हुए गुजरात और दमन-दीव के क्षेत्रों का बुधवार को हवाई सर्वेक्षण किया और इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री विजय रूपाणी मौजूद रहे। हवाई सर्वे के बाद प्रधानमंत्री, अहमदाबाद में समीक्षा बैठक भी करेंगे। बकौल मुख्यमंत्री रूपाणी, चक्रवात से 16,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हुए जबकि 40,000 से अधिक पेड़ उखड़ गए हैं।

Vikrant Shekhawat : May 19, 2021, 04:37 PM
अहमदाबाद :पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात और दमन दीव में ताउते तूफान से हुए नुकसान का हवाई सर्वे करते हुए जायजा लिया। उन्होंने दीव, ऊना, जाफराबाद और महुवा जैसे इलाकों में ताउते से हुए नुकसान का जायजा लिया। पीएम नरेंद्र मोदी ताउते तूफान से हुए नुकसान और तैयारियों को लेकर अहमदाबाद में एक मीटिंग भी की। पीएम मोदी बुधवार को गुजरात के भावनगर पहुंचे और ताउते से हुए नुकसान और हालात का जायजा लिया। गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने पीएम नरेंद्र मोदी की इस दौरान अगवानी की। गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने ट्वीट किया, 'पीएम नरेंद्र मोदी अमरेली, गिर सोमनाथ और भावनगर जिलों में ताउते तूफान से हुए नुकसान का जायजा लेंगे।'

इससे पहले मंगलवार को गुजरात के सीएमओ ने बताया था कि हवाई सर्वे के बाद पीएम नरेंद्र मोदी अहमदाबाद में एक मीटिंग भी करेंगे। इस बैठक में वह ताउते से पैदा हुए हालात का जायजा लेंगे। महाराष्ट्र में बड़ा नुकसान पहुंचाने के बाद सोमवार देर रात ताउते तूफान गुजरात के तट पर पहुंचा था। गुजरात के ऊना और गिर सोमनाथ में चक्रवात के चलते बड़ा नुकसान पहुंचा है। बड़े पैमाने पर संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। यही नहीं भीषण तूफान के चलते कई जगहों पर पेड़ तक उखड़ कर गिर पड़े। गुजरात के अलावा राजस्थान, यूपी और दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में ताउते चक्रवात का असर देखने को मिला है। 

इसके चलते तेज बारिश और आंधी देखने को मिल रही है। हालांकि अब इसका असर कुछ कम हुआ है। फिर भी दक्षिणी राजस्थान और उससे सटे इलाकों में काफी असर देखने को मिल रहा है। राजधानी दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के भी कई इलाकों में सुबह से ही जोरदार बारिश चल रही है। गुजरात में ताउते चक्रवात के चलते अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है। गुजरात के सीएम विजय रूपानी का कहना है कि राज्य में ताउते तूफान के चलते 16,000 घरों को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा 40,000 पेड़ उखड़ गए हैं। यही नहीं 70,000 बिजली के खंभे भी उखड़ गए हैं। राज्य के 5,951 गांवों में ताउते चक्रवात के चलते बत्ती गुल हो गई है।