Maharashtra News / PM मोदी को मिला सम्मान, मंच पर एक तरफ शरद पवार, दूसरी तरफ अजित पवार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पुणे के दौरे पर हैं, यहां उन्हें लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. यह कार्यक्रम इसलिए भी खास है क्योंकि एनसीपी प्रमुख और विपक्ष के बड़े नेता शरद पवार ने भी पीएम मोदी के साथ मंच साझा किया. लोकसभा चुनाव 2024 से पहले जिस तरह विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट हो रहा है, उस बीच पीएम मोदी-शरद पवार का एक मंच पर होना अहम घटनाक्रम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा

Vikrant Shekhawat : Aug 01, 2023, 01:56 PM
Maharashtra News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पुणे के दौरे पर हैं, यहां उन्हें लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. यह कार्यक्रम इसलिए भी खास है क्योंकि एनसीपी प्रमुख और विपक्ष के बड़े नेता शरद पवार ने भी पीएम मोदी के साथ मंच साझा किया. लोकसभा चुनाव 2024 से पहले जिस तरह विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट हो रहा है, उस बीच पीएम मोदी-शरद पवार का एक मंच पर होना अहम घटनाक्रम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए काफी अहम और भावुक करने वाला है. पुणे की भूमि आदर की भूमि है, मैंने यहां के मंदिर का आशीर्वाद लिया. पीएम मोदी ने कहा कि आज जो सम्मान मिला है, यह मेरे लिए काफी खास है. जब भी कोई अवॉर्ड मिलता है तो उसके साथ हमारी जिम्मेदारी भी जुड़ जाती है.

पीएम मोदी बोले कि जिनके नाम में गंगाधर है, उनके अवॉर्ड की जो ईनाम राशि मुझे दी गई है मैं वो नमामि गंगे प्रोजेक्ट में दे रहा हूं. लोकमान्य तिलक जी ने स्वतंत्रता आंदोलन की पूरी दिशा बदल दी थी, जब अंग्रेज कहते थे कि भारतवासी देश चलाने के लायक नहीं है, तब उन्होंने स्वराज का नारा दिया.

पीएम मोदी ने बताया वीर सावरकर से कनेक्शन

अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि एक महान नेता वो होता है जो खुद को देश के लिए समर्पित करता है और लोगों के हिसाब से संस्थाओं को तैयार करता है. बाल गंगाधर तिलक को अंग्रेजों ने काफी दुख पहुंचाए, लेकिन तिलक जी ने सभी को साथ लेते हुए अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी.

पीएम मोदी ने कहा कि लोकमान्य गंगाधर तिलक में युवाओं को पहचानने की कला थी, उन्होंने ही वीर सावरकर को पहचाना. तिलक चाहते थे कि वीर सावरकर विदेश जाकर पढ़ाई करें और वापस आकर देश की सेवा करें. वीर सावरकर के लिए तिलक जी ने सिफारिश की थी, उन्होंने राष्ट्र निर्माण को बढ़ावा दिया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज अगर हम विदेशी आक्रांताओं के नाम पर बनी सड़क का नाम बदलते हैं, तो कुछ लोगों को मिर्ची लग जाती है लेकिन आजादी से पहले सरदार साहब ने लोकमान्य गंगाधर तिलक की मूर्ति लगाने के लिए अंग्रेजों को चुनौती दे दी थी.

कार्यक्रम में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि देश में पुणे का अहम महत्व है, आज यहां से ही यह सम्मान दिया जा रहा है. देश में पहली सर्जिकल स्ट्राइक छत्रपति शिवाजी ने ही की थी.

1 अगस्त को ही लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि होती है, इस मौके पर तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट की ओर से लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार दिया जा रहा है. ये सम्मान इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया जा रहा है. शरद पवार इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बुलाए गए हैं.