Vikrant Shekhawat : Nov 26, 2021, 12:36 PM
Indian Constitution Day 2021: आजाद भारत के इतिहास में 26 नवंबर की खास अहमियत है. दरअसल यही वह दिन है, जब गुलामी की जंजीरों से आजाद होकर अपने स्वतंत्र अस्तित्व को आकार देने का प्रयास कर रहे राष्ट्र ने संविधान को अंगीकार किया था. इसी दिन संविधान सभा ने इसे अपनी स्वीकृति दी थी. इस वजह से इस दिन को 'संविधान दिवस' के तौर पर मनाया जाता है. इस मौके पर पीएम मोदी ने देशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी हैं.पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, "हमारे देशवासियों को संविधान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. इस खास दिन पर, डॉ अंबेडकर के 4 नवंबर 1948 को संविधान सभा में दिए गए भाषण का एक अंश शेयर कर रहा हूं, जिसमें उन्होंने मसौदा समिति द्वारा तय किए गए प्रारूप संविधान को अपनाने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया.एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा, 'कोई भी संविधान चाहे वह कितना ही सुंदर, सुव्यवस्थित और सुदृढ़ क्यों न बनाया गया हो, यदि उसे चलाने वाले देश के सच्चे, निस्पृह, निस्वार्थ सेवक न हों तो संविधान कुछ नहीं कर सकता. डॉ राजेंद्र प्रसाद की यह भावना पथ-प्रदर्शक की तरह है.'गृहमंत्री और रक्षामंत्री ने ट्वीट कर कही ये बातसंविधान दिवस पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, 'संविधान लोकतंत्र की आत्मा होने के साथ-साथ भारत की एकता व प्रगति का मूल आधार है. संविधान दिवस पर भारतीय संविधान के शिल्पी बाबासाहेब अंबेडकर व सभी महापुरुषों को नमन करता हूं. मोदी सरकार बाबासाहेब के पदचिन्हों पर चलकर देश के हर वर्ग के कल्याण व उन्हें अधिकार दिलाने हेतु कटिबद्ध है.'रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'संविधान दिवस पर सभी भारतीयों को बधाई. आज हम उन प्रतिष्ठित लोगों को याद करते हैं जिन्होंने भारत की भलाई के लिए संविधान बनाने के लिए कड़ी मेहनत की. आइए हम इस देश में न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के लिए खुद को फिर से समर्पित करें.'