RBI / वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी वृद्धि दर 10.5% रहने का अनुमान: आरबीआई

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी वृद्धि दर 10.5% रहने का अनुमान है। बकौल दास, प्रबंधन ने केंद्र द्वारा ₹22 लाख करोड़ का उधार सुनिश्चित किया है। वहीं, आरबीआई ने बुधवार को रेपो रेट को 4% पर बरकरार रखने का फैसला किया।

Vikrant Shekhawat : Apr 07, 2021, 12:24 PM
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक ने कोरोना की नई लहर के बावजूद इस वित्त वर्ष यानी 2021-22 में जीडीपी में 10.5 फीसदी की बढ़त का अनुमान जारी किया है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को मौद्रिक नीति समिति की बैठक के नतीजों का ऐलान किया. इस बैठक में रिजर्व बैंक के नीतिगत दरों की समीक्षा की गई. बैठक के बाद हुए ऐलान की प्रमुख बातें इस प्रकार हैं: 

ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं 

रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. रेपो रेट 4 फीसदी और रिवर्स रेपोट रेट 3.35 फीसदी पर बरकरार रखा गया है. इसी तरह बैंक रेट को भी 4.25 फीसदी पर बरकरार रखा गया है. इसका आम लोगों के लिए मतलब यह है कि होम लोन या अन्य लोन के ईएमआई के और सस्ता होने की उम्मीद फिलहाल नहीं है. 

जीडीपी में 10.5 फीसदी की बढ़त 

रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले चिंता जरूर पैदा करते हैं, लेकिन इकोनॉमी में सुधार हो रहा है. वैक्स‍िनेशन जैसे कदमों की वजह से भारत इस तरह की चुनौती से निपटने को तैयार है. रिजर्व बैंक ने कोरोना की नई लहर के बावजूद इस वित्त वर्ष यानी 2021-22 में जीडीपी में 10.5 फीसदी की बढ़त का अनुमान जारी किया है. एमपीसी ने पिछले ऐलान में भी जीडीपी का यही अनुमान जारी किया था.