नए चुनाव आयुक्त / राजीव कुमार ने नए चुनाव आयुक्त के रूप में पदभार संभाला

राजीव कुमार ने आज भारत के नए चुनाव आयुक्त (ईसी) के रूप में पदभार संभाल लिया। इसके साथ ही श्री कुमार भी अब मुख्य चुनाव आयुक्त श्री सुनील अरोड़ा और चुनाव आयुक्त श्री सुशील चंद्रा के साथ भारत निर्वाचन आयोग से जुड़ गए हैं। 19 फरवरी 1960 को जन्मे राजीव कुमार 1984 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। 36 वर्षों से भी अधिक समय तक भारत सरकार को अपनी सेवाएं देने के दौरान कुमार ने केंद्र के साथ-साथ बिहार/झारखंड...

Vikrant Shekhawat : Sep 01, 2020, 11:57 PM
Delhi | राजीव कुमार ने आज भारत के नए चुनाव आयुक्त (ईसी) के रूप में पदभार संभाल लिया। इसके साथ ही श्री कुमार भी अब मुख्य चुनाव आयुक्त श्री सुनील अरोड़ा और चुनाव आयुक्त श्री सुशील चंद्रा के साथ भारत निर्वाचन आयोग से जुड़ गए हैं।

19 फरवरी 1960 को जन्मे राजीव कुमार 1984 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। 36 वर्षों से भी अधिक समय तक भारत सरकार को अपनी सेवाएं देने के दौरान कुमार ने केंद्र के साथ-साथ बिहार/झारखंड के अपने राज्य कैडर में विभिन्न मंत्रालयों में काम किया है।

कुमार ने बी.एससी, एलएलबी, पीजीडीएम और सार्वजनिक नीति में एमए की अकादमिक डिग्रि‍यां हासिल करने के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र, पर्यावरण एवं वन, मानव संसाधन, वित्त और बैंकिंग सेक्‍टर में व्यापक कार्य अनुभव प्राप्त किया है।

कुमार में प्रौद्योगिकी संबंधी एप्‍लीकेशंस का उपयोग करने और अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित करने, नागरिकों को सीधे सेवाएं मुहैया कराने एवं बिचौलियों को समाप्त करने के लिए मौजूदा नीतिगत व्‍यवस्‍था में संशोधन करने या बदलाव लाने की गहरी प्रतिबद्धता है। कुमार फरवरी 2020 में भारत सरकार के वित्त सचिव के रूप में सेवानिवृत्त हुए। इसके बाद उन्हें अप्रैल 2020 से सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया। वह 31 अगस्त 2020 को पदमुक्‍त होने तक इस पद पर कार्यरत रहे। कुमार 2015-17 के दौरान कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग में स्थापना अधिकारी  भी रहे हैं और इससे पहले वह व्यय विभाग में संयुक्त सचिव रहे हैं। श्री कुमार इससे पहले जनजातीय कार्य मंत्रालय और पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के साथ-साथ राज्य कैडर में शिक्षा विभाग में भी महत्‍वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं।

राजीव कुमार एक शौकीन ट्रैकर हैं और इसके साथ ही वह भारतीय शास्त्रीय एवं भक्ति संगीत में गहरी रुचि रखते हैं।