Vikrant Shekhawat : Aug 01, 2021, 07:53 AM
नई दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र (Monsoon Session) को दो हफ्ते हो गए हैं लेकिन राज्यसभा (Rajya Sabha) में अब तक महज 10 घंटे ही राज्यसभा की कार्यवाही चली है. पेगासस, कृषि कानून और महंगाई को लेकर विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही के 40 घंटे बर्बाद हुए हैं. तमाम कोशिशों के बाद भी शुक्रवार को विपक्ष के जोरदार हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित हो गई.हंगामे के चलते मॉनसून सत्र के दूसरे हफ्ते में सदन की प्रोडक्टिविटी में 13.70 फीसदी की गिरावट आई है जबकि पहले हफ्ते में ये आंकड़ा 32.20 फीसदी था. मॉनसून सत्र के पहले दो हफ्तों में राज्यसभा 9 दिन चली जिसमें केवल 1 घंटे 38 मिनट का प्रश्ल काल चला.राज्यसभा में जिन मुद्दों पर हंगामे हुए उनमें किसानों का मुद्दा, पेगासस जासूसी विवाद, महंगाई, सासंदों के निलंबन समेत कई मुद्दे शामिल है.हंगामे की भेंट चढ़ा 10वां दिनसंसद में विपक्षी दल के नेता पेगासस जासूसी कांड, किसान आंदोलन और कोरोना वायरस महामारी के मुद्दे पर सरकार को लगातार घेरने में लगे हैं. पेगासस के मुद्दे पर सरकार जवाब भी दे चुकी है, लेकिन विपक्ष प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से जवाब मांग रहा है. मॉनसून सत्र की कार्यवाही का शु्क्रवार को 10वां दिन था और ये दिन भी दोनों सदन विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गए.जबकि तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों का दिल्ली के जंतर-मंतर पर पिछले 8 दिनों से आंदोलन चल रहा है. रोजाना की तरह शुक्रवार को भी लगभग 200 की संख्या में किसान जंतर-मंतर पर पहुंचे.इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में पेगासस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे विपक्षी दल के सांसदों से कहा था कि लोगों से जुड़े बहुत सारे ऐसे मुद्दे हैं, जिनपर चर्चा जरूरी है. सरकार बिना चर्चा के विधेयकों को पारित नहीं करना चाहती. हम चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन वे इसकी अनुमति नहीं दे रहे हैं.3 अगस्त को बीजेपी संसदीय दल की बैठकभाजपा संसदीय दल की बैठक 3 अगस्त को संसद में होगी. इसमें पेगासस और कृषि कानूनों समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी. साथ ही विपक्ष को जवाब देने के लिए रणनीति भी तैयार की जा सकती है.