Ayodhya Deepotsav: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस वर्ष अयोध्या में 8वां भव्य दीपोत्सव मनाने का निर्णय लिया है, जिसमें सरयू नदी के 55 घाटों पर 28 लाख दीयों को प्रज्वलित कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना है। यह आयोजन 30 अक्टूबर को होगा, और इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां चल रही हैं।
डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय ने दीयों और स्वयंसेवकों की संख्या तय कर ली है, ताकि यह आयोजन सफल हो सके। 14 महाविद्यालयों, 37 इंटरमीडिएट कॉलेजों और 40 स्वयंसेवी संस्थाओं के लगभग 30,000 स्वयंसेवक इस आयोजन में भाग लेंगे। घाटों पर दीयों को व्यवस्थित रूप से प्रज्वलित करने की पूरी योजना बनाई जा चुकी है, जिसमें हर घाट पर दीयों की संख्या और स्वयंसेवकों का निर्धारण किया गया है।
आयोजन की विस्तृत योजना
उदाहरण के लिए, राम की पैड़ी के घाट एक पर 65,000 दीयों के लिए 765 स्वयंसेवक तैनात होंगे, जबकि अन्य घाटों पर दीयों और स्वयंसेवकों का विवरण पहले ही जारी कर दिया गया है। 25 अक्टूबर से दीयों को घाटों पर बिछाने का कार्य शुरू हो चुका है, और स्वयंसेवकों के आईकार्ड भी वितरित किए जा रहे हैं।दीपोत्सव की अंतिम तैयारियों की समीक्षा के लिए 25 अक्टूबर को अंतिम प्रशिक्षण बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय के अधिकारियों सहित अन्य संबंधित लोग हिस्सा लेंगे, ताकि 30 अक्टूबर को होने वाले आयोजन को सुचारू रूप से संपन्न किया जा सके।
विश्व रिकॉर्ड की तैयारी
इस भव्य आयोजन का उद्देश्य अयोध्या को वैश्विक स्तर पर फिर से स्थापित करना है। 28 लाख दीयों के प्रज्वलन से न केवल धार्मिक आस्था प्रकट होगी, बल्कि अयोध्या की सांस्कृतिक धरोहर भी उजागर होगी। यह दीपोत्सव पूरे विश्व में अयोध्या की पहचान को और मजबूत करेगा।