Stock Market Trump / मंदी और ट्रंप टैरिफ से महंगाई के आसार, फिर भी शेयर बाजार क्यों हुआ गुलजार?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ऐलान के बावजूद भारतीय शेयर बाजार में उछाल दिखा। सेंसेक्स 943 अंकों की बढ़त के साथ 73,933 तक पहुंचा, जबकि निफ्टी में 300 अंकों की तेजी रही। विदेशी निवेशकों की बिकवाली और अमेरिकी बाजारों की कमजोरी के बावजूद बाजार में सकारात्मक रुझान रहा।

Stock Market Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अपने रेसीप्रोकल टैरिफ के ऐलान के बाद उम्मीद की जा रही थी कि भारत के शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिलेगी। यह आशंका इसलिए भी थी क्योंकि मंगलवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई थी। इसके बावजूद, भारत के शेयर बाजार में मजबूती देखने को मिली। दोपहर 12.30 बजे तक सेंसेक्स 943.87 अंकों की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 300 अंकों की बढ़त के साथ नजर आया। इस बढ़त से निवेशकों को 7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का फायदा हुआ।

शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल

ट्रंप द्वारा भारत के खिलाफ टैरिफ लगाने के ऐलान के बावजूद, भारतीय शेयर बाजार में सकारात्मक रुझान देखने को मिला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 943.87 अंकों की तेजी के साथ 73,933.80 पर पहुंच गया। एक दिन पहले सेंसेक्स 72,989.93 पर बंद हुआ था। निफ्टी भी 300 अंकों की तेजी के साथ 22,375.05 पर पहुंचा। दोपहर 12.10 बजे तक निफ्टी 275.60 अंकों की बढ़त के साथ 22,358.25 पर कारोबार कर रहा था।

तेजी और गिरावट वाले प्रमुख शेयर

  • तेजी वाले शेयर: ट्रेंट (5.80%), पॉवरग्रिड (4.37%), महिंद्रा एंड महिंद्रा (4.34%), अडानी पोर्ट (4.19%), टाटा स्टील (3.98%)।

  • गिरावट वाले शेयर: बजाज फाइनेंस (-2%), एचडीएफसी, ग्रासिम बैंक, इंडसइंड बैंक और बजाज फिनसर्व (0.50% से कम की गिरावट)।

शेयर बाजार में तेजी के कारण

  1. विदेशी बाजारों में सुधार: अधिकांश एशियाई बाजारों में मजबूती देखी गई, जिससे भारतीय बाजार को भी समर्थन मिला।

  2. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट: ब्रेंट क्रूड की कीमतों में गिरावट से भारतीय बाजार को राहत मिली।

  3. विदेशी निवेशकों की बिकवाली और घरेलू निवेशकों की खरीदारी: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 3,405.82 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू निवेशकों (DII) ने 4,851.43 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

  4. रुपए में मजबूती: डॉलर के मुकाबले रुपया 87.23 पर खुला, जिससे बाजार को स्थिरता मिली।

  5. शॉर्ट कवरिंग: लंबे समय से बाजार में गिरावट के कारण निवेशकों ने शॉर्ट पोजीशन कवर की, जिससे बाजार में रिकवरी देखने को मिली।

निवेशकों को बड़ा फायदा

शेयर बाजार में इस उछाल से निवेशकों को बड़ा मुनाफा हुआ। BSE का मार्केट कैप 3,85,07,568.89 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,92,77,338.9 करोड़ रुपये हो गया, जिससे निवेशकों को 7,69,770.01 करोड़ रुपये का फायदा हुआ।

विशेषज्ञों की राय

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा कि अमेरिकी टैरिफ की अनिश्चितता के बावजूद भारतीय बाजार में मजबूती देखी गई। उन्होंने कहा कि अमेरिका में महंगाई बढ़ने और फेडरल रिजर्व द्वारा आक्रामक नीतियों के कारण अमेरिकी बाजार में गिरावट जारी रह सकती है, जिससे भारत को कुछ हद तक फायदा हो सकता है।

निष्कर्ष

हालांकि अमेरिकी टैरिफ के कारण वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता बनी हुई है, भारतीय शेयर बाजार ने मजबूत प्रदर्शन किया है। विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बावजूद, घरेलू निवेशकों की खरीदारी और सकारात्मक वैश्विक संकेतों ने बाजार को मजबूती दी। आगे के दिनों में निवेशकों को सतर्कता बरतने की जरूरत होगी, क्योंकि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां बाजार को प्रभावित कर सकती हैं।