राजस्थान मौसम अपडेट / जयपुर में छायी काली घटायें, तेज अंधड़-बूंदाबांदी, हनुमानगढ़-जैसलमेर में रिमझिम

पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbances) की सक्रियता के चलते राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में आज फिर से मौसम ने अंगड़ाई (Weather change) ले ली है। राजधानी जयपुर में काली घटायें छायी हुई हैं। तेज अंधड़ के बीच बूंदाबांदी का दौर शुरू हो गया है। प्रदेश के कई अन्य इलाकों में भी मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है।

Vikrant Shekhawat : Apr 20, 2021, 04:50 PM
जयपुर। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbances) की सक्रियता के चलते राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में आज फिर से मौसम ने अंगड़ाई (Weather change) ले ली है। राजधानी जयपुर में काली घटायें छायी हुई हैं। तेज अंधड़ के बीच बूंदाबांदी का दौर शुरू हो गया है। प्रदेश के कई अन्य इलाकों में भी मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। हनुमानगढ़ में सुबह बूंदाबांदी का एक दौर हो चुका है। पश्चिमी राजस्थान में भारत-पाकिस्तान की सीमा पर स्थित जैसलमेर में सोमवार रात को हुई हल्की बारिश (Light Rain) से मौसम खुशगवार बना हुआ है।

मौसम विभाग ने मंगलवार को पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण आगामी 24 घंटे में कई जिलों में मौसम में बदलाव की संभावना जताई थी। मौसम विभाग की संभावना के मुताबिक आज कई जिलों में पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के प्रभारी निदेशक राधेश्याम शर्मा अनुसार कुछ जिलों में 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से हवाएं चल सकती हैं।

दोपहर में हुआ शाम का सा नजारा

संभावना के अनुसार ही जयपुर में दोपहर में घनी काली घटायें छा गईं। काले बादलों के कारण भरी दोपहरी में शाम जैसा नजारा हो गया है। पहले ठंडी बयार चली। उसके बाद तेज अंधड़ आया। उसके कुछ देर बाद हल्की बारिश को दौर शुरू हो गया। काली घटाओं को देखते हुये जोरदार बारिश होने की संभावना बनी हुई है। दूसरी तरफ स्वर्णनगरी जैसलमेर में इससे पहले सोमवार को दोपहर में जहां तन को झुलसा देने वाली गर्मी रही। वहीं शाम को वहां धूलभरी आंधी का दौर चला। उसके बाद रात को रिमझिम बारिश हुई।

हनुमानगढ़ में रुक-रुककर चला बारिश का दौर

उसके बाद आज सुबह पूर्वी राजस्थान के भरतपुर में मौसम ने सुबह ही करवट लेना शुरू कर दिया। तेज हवाओं के साथ धूल भरी आंधी चली। फिर वहां भी बादल छा गये। जबकि हनुमानगढ़ जिले में भी मौसम का मिजाज सुबह ही बदल गया था। वहां रुक-रुककर बरसात का दौर चला। जिले के कई इलाकों में बारिश हुई। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई क्योंकि खेतों में अभी फसल काटकर रखी है। बारिश से उसको नुकसान होने की आशंका बढ़ गई है।