देश / रिपब्लिक डे पर शामिल होने के लिए लग रही हैं लंबी कतारें, इतने में मिल रहे हैं टिकट

अगर आप 74वें गणतंत्र दिवस की परेड करीब से देखना चाहते हैं तो सिर्फ 20 रुपये में ये सपना पूरा कर सकते हैं. जी हां,आप सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट से टिकट बुक कर सकते हैं. इसके अलावा ऑफलाइन सेंटर पर भी टिकट की बिक्री हो रही है. इस परेड को देखने के लिए सभी राज्‍यों से लोग पहुंचते हैं. इसके अलावा विदेशी लोग भी इसका हिस्‍सा बनते हैं.

Vikrant Shekhawat : Jan 24, 2023, 10:29 AM
Republic Day Parade Ticket: अगर आप 74वें गणतंत्र दिवस की परेड करीब से देखना चाहते हैं तो सिर्फ 20 रुपये में ये सपना पूरा कर सकते हैं. जी हां,आप सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट से टिकट बुक कर सकते हैं. इसके अलावा ऑफलाइन सेंटर पर भी टिकट की बिक्री हो रही है. इस परेड को देखने के लिए सभी राज्‍यों से लोग पहुंचते हैं. इसके अलावा विदेशी लोग भी इसका हिस्‍सा बनते हैं. अगर आप रिपब्लिक डे की परेड देखना चाहते हैं तो आप भी सिर्फ 20 रुपये में टिकट खरीद सकते हैं. इसके लिए आपको इस वेबसाइट (www.aamantran.mod.gov.in) पर विजिट करना होगा. यहां आपको लॉग इन करने के बाद नाम, पता और दूसरी जानकारी दर्ज करनी होगी. 

टिकट की कीमत

26 जनवरी की परेड देखने के लिए लोग बेताब हैं. इसके लिए शास्त्री भवन के बाहर लोगों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं. टिकट खरीदने के लिए लोग सुबह पांच बजे से ही कतार में लग गए और अपनी नंबर का इंतजार कर रहे थे. आपको बता दें कि यहां टिकट 20 रुपये से 500 रुपये वाली उपलब्‍ध है. कई लोग ऑनलाइन टिकट नहीं खरीद पाए थे. इस वजह से वहां जाकर लोगों ने टिकट खरीदे. 

इस साल भी परेड में नहीं दिखेगी दिल्ली की झांकी

इस साल महिला सशक्तीकरण की थीम पर झांकी तैयार करने का प्रस्ताव साहित्‍य कला परिषद को दिया गया था, लेकिन समिति ने इस थीम को स्वीकृति नहीं दी और इसे निरस्त कर दिया. ये लगातार दूसरा साल है जब परेड में दिल्‍ली की झांकी नहीं होगी. पिछले साल दिल्ली सरकार की तरफ से ‘दिल्ली : सिटी आफ होप्स’ यानी ‘उम्मीदों का शहर’ थीम पर झांकी बनाने का प्रस्‍ताव दिया था, लेकिन उसे भी    स्वीकृति नहीं मिल पाई थी. 

2021 की झांकी से दिल्‍लीवासी हुए थे नाराज 

आखिरी बार साल 2021 में राजपथ पर दिल्ली की झांकी नजर आई थी, जिसकी थीम शाहजहांबाद शहर के आधार पर बनी थी. इसमें स्थापत्य विरासत को आधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ जोड़ने और चांदनी चौक के रिडेवलपमेंट मॉडल को प्रदर्शित किया था. आपको बता दें कि इससे दिल्लीवासी निराश हुए थे.