IND vs ENG / जो रूट ने की ऋषभ पंत जमकर तारीफ कहा- गेंदबाजों के लिए उन्हें चुप कराना बहुत मुश्किल है

इंग्लैंड के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की श्रृंखला में, ऋषभ पंत ने अपने हरफनमौला खेल से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने श्रृंखला के आखिरी टेस्ट में कठिन परिस्थितियों में शतक बनाया, टीम की जीत तय की और विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने श्रृंखला में कई अवसरों पर टीम के लिए रन बनाए। उनकी गुणवत्ता के कारण, इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने भी इस विकेटकीपर बल्लेबाज की प्रशंसा की है।

Vikrant Shekhawat : Mar 07, 2021, 09:44 AM
अहमदाबाद। इंग्लैंड के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की श्रृंखला में, ऋषभ पंत ने अपने हरफनमौला खेल से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने श्रृंखला के आखिरी टेस्ट में कठिन परिस्थितियों में शतक बनाया, टीम की जीत तय की और विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने श्रृंखला में कई अवसरों पर टीम के लिए रन बनाए। उनकी गुणवत्ता के कारण, इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने भी इस विकेटकीपर बल्लेबाज की प्रशंसा की है।

रूट ने कहा कि पंत को चुप कराना बहुत मुश्किल है। जिस तरह से वह बल्लेबाजी करते हैं, गेंदबाजों के लिए उस पर दबाव बनाना बहुत मुश्किल हो जाता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आखिरी टेस्ट में उन्होंने उस गेंदबाज के खिलाफ रिवर्स स्वीप शॉट खेला, जिसने टेस्ट क्रिकेट में 600 से ज्यादा विकेट लिए हैं। यह वास्तव में पंत की क्षमता और उनके साहस का उदाहरण है। दरअसल, इंग्लिश कप्तान जेम्स एंडरसन की गेंद पर पंत के शॉट का जिक्र कर रहे थे, जो उन्होंने चौथे टेस्ट के दूसरे दिन खेला था। वह भी तब जब इंग्लैंड ने दूसरी नई गेंद ली थी।

मैच के बाद पंत की खुद की बल्लेबाजी से उनके आत्मविश्वास पर कितना भरोसा किया जा सकता है, जिसमें उन्होंने कहा कि अगर कोई मौका मिलता है, तो मैं एक तेज गेंदबाज के खिलाफ फिर से रिवर्स स्वीप खेलूंगा।

इंग्लिश कप्तान ने विपक्षी टीम को दबाव में लाने के लिए पंत की क्षमता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कई खिलाड़ियों ने श्रृंखला में अच्छी बल्लेबाजी की। लेकिन जिस तरह से पंत ने इस तरह की परिस्थितियों में खेला उससे सीरीज में बहुत फर्क पड़ा। एक समय हम चौथे टेस्ट में थे। लेकिन पंत और वाशिंगटन सुंदर के बीच की साझेदारी ने हमारे लिए आगे की राह मुश्किल कर दी। हमारे पास मैच पर अपनी पकड़ मजबूत करने के मौके थे लेकिन हम इसमें असफल रहे। दरअसल, इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में टीम के 6 विकेट जल्दी गिरने के बाद पंत और सुंदर ने सातवें विकेट के लिए 113 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी के कारण, भारत इंग्लैंड पर 160 रनों की बढ़त हासिल करने में सफल रहा और एक पारी और 25 रनों से इंग्लैंड को हराने में सफल रहा।

पंत ने चौथे टेस्ट में 118 गेंदों में 101 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 13 चौके और 2 छक्के लगाए। विकेटकीपर बल्लेबाज ने छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया। उनकी इस पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। पंत इस सीरीज में रन बनाने के मामले में तीसरे स्थान पर रहे। उन्होंने श्रृंखला के 4 टेस्ट में 54 की औसत से 270 रन बनाए। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने 368 और रोहित शर्मा ने 345 रन बनाए।