IND vs AUS: टीम इंडिया इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है, जहां दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की रोमांचक टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। सीरीज के पहले मुकाबले में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की, लेकिन दूसरा मुकाबला चुनौतीपूर्ण होता दिख रहा है। एडिलेड ओवल में खेले जा रहे इस मैच में टीम इंडिया की पहली पारी मात्र 180 रनों पर सिमट गई। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट खोकर 86 रन बना लिए।
ऋषभ पंत के ड्रॉप कैच का असर
भारतीय टीम के लिए पहला दिन उतना अच्छा नहीं रहा, जितनी उम्मीद थी। विकेटकीपर ऋषभ पंत का एक कैच छोड़ना टीम के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। पंत ने पारी के 7वें ओवर में मैकस्वीनी का कैच छोड़ दिया, जब जसप्रीत बुमराह गेंदबाजी कर रहे थे। मैकस्वीनी उस समय 38 रन पर खेल रहे थे और अब तक क्रीज पर टिके हुए हैं। अगर यह कैच लपका गया होता, तो भारत ऑस्ट्रेलिया को और दबाव में ला सकता था।
बुमराह की शानदार गेंदबाजी, पर साथ की कमी
जसप्रीत बुमराह ने उस्मान ख्वाजा को आउट करके टीम को पहली सफलता दिलाई। हालांकि, बुमराह के नाम और विकेट जुड़ सकते थे, यदि उन्हें विकेट के पीछे से बेहतर सहयोग मिलता। आंकड़ों पर नजर डालें तो बुमराह की गेंदबाजी के दौरान ऋषभ पंत का प्रदर्शन कमजोर रहा है। पिछले रिकॉर्ड बताते हैं कि बुमराह की गेंदों पर पंत ने 42 कैच लपकने के मौके पाए, लेकिन उनमें से 8 बार कैच छोड़ दिए। वहीं अन्य गेंदबाजों की गेंदबाजी पर पंत का प्रदर्शन बेहतर रहा है।
ऋषभ पंत पर बढ़ा दबाव
ऋषभ पंत का बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग दोनों में ही अहम रोल रहता है, लेकिन बुमराह की गेंदबाजी पर उनका प्रदर्शन चिंता का विषय है। विकेटकीपर और गेंदबाज के बीच बेहतर तालमेल होना बेहद जरूरी है, खासकर टेस्ट मैचों में, जहां हर मौका मैच का रुख बदल सकता है।
दूसरे दिन की चुनौतियां
दूसरे दिन का खेल भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है। भारतीय गेंदबाजों को पहले सत्र में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पवेलियन लौटाने की कोशिश करनी होगी। वहीं, ऋषभ पंत को अपनी विकेटकीपिंग में सुधार करते हुए हर मौके को भुनाना होगा।
निष्कर्ष
एडिलेड ओवल में खेले जा रहे इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया फिलहाल मजबूत स्थिति में है, लेकिन क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है। टीम इंडिया के गेंदबाजों के पास अभी भी मौका है कि वे खेल को भारत की तरफ मोड़ सकें। यह देखना दिलचस्प होगा कि दूसरे दिन भारतीय खिलाड़ी किस रणनीति के साथ मैदान में उतरते हैं।