Zee News : Sep 21, 2020, 03:22 PM
हनोई: कोरोना वायरस (Coronavirus) अन्य स्थितियों में जितनी तेजी से फैलता है ठीक उसी तरह एक फ्लाइट के अंदर भी फैलता है। एक अध्ययन में यह पाया गया है। दो अध्ययनों में से एक में बताया गया कि कोरोना वायरस एयरलाइन उड़ानों के दौरान कैसे फैल सकता है। इस अध्ययन में ये सुझाव दिया गया कि थोड़ी दूरी बनाने से पूरी तरह से कोरोना वायरस से नहीं बचा जा सकता। एक ऐसा मामला सामने आया, जिसमें बोस्टन से हांगकांग (Hong Kong) जाने वाली एक फ्लाइट में यात्रियों ने दो फ्लाइट अटेंडेंट्स को संक्रमित किया। ये दोनों ही मामले कोरोना महामारी के शुरुआती दिनों के थे, जब एयरलाइन्स ने फेस मास्क लगाना अनिवार्य नहीं किया था।
लंबी उड़ानों के दौरान SARS-CoV-2 का खतरा वियतनाम (Vietnam)की एक टीम ने 2 मार्च को लंदन से हनोई पहुंचने वाली उड़ान से जुड़े कोरोना मामलों के एक समूह को भी ट्रैक किया। हनोई में राष्ट्रीय स्वच्छता और महामारी विज्ञान संस्थान के गुयेन कांग खान्ह और सहयोगियों ने बताया कि वियतनाम की एक 27 वर्षीय महिला व्यवसायी को संभावित सूचकांक मामले के रूप में चुना गया। महिला फरवरी के शुरुआती दिनों से ही लंदन में थी। जांचकर्ताओं का कहना है कि कुछ मामले ऐसे सामने आए हैं, जहां शारीरिक दूरी का पालन किया गया था। इसके बाद भी वायरस का प्रसार हुआ। जांचकर्ताओं की टीम ने कहा कि वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि लंबी उड़ानों के दौरान SARS-CoV-2 का प्रसार कई लोगों में हो सकता है।
बिजनेस क्लास के लिए भी यह खतराबिजनेस क्लास में यात्रा कर रहे यात्रियों के लिए भी यह खतरा है। भले ही बिजनेस क्लास में यात्रियों के बीच दूरी रहती है, इसके बावजूद कोरोना वायरस के प्रसार का खतरा बना रहता है। एक ऐसा भी मामला सामने आया है, जहां एक दंपति ने 9 मार्च को बिजनेस क्लास में बोस्टन से हांगकांग के लिए उड़ान भरी थी। हांगकांग पहुंचने के बाद दोनों में लक्षण देखे गए, जिसके बाद जांच में दोनों संक्रमित मिले। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग से पता चला कि दो फ्लाइट अटेंडेंट्स भी कोरोना पॉजिटिव हैं।
लंबी उड़ानों के दौरान SARS-CoV-2 का खतरा वियतनाम (Vietnam)की एक टीम ने 2 मार्च को लंदन से हनोई पहुंचने वाली उड़ान से जुड़े कोरोना मामलों के एक समूह को भी ट्रैक किया। हनोई में राष्ट्रीय स्वच्छता और महामारी विज्ञान संस्थान के गुयेन कांग खान्ह और सहयोगियों ने बताया कि वियतनाम की एक 27 वर्षीय महिला व्यवसायी को संभावित सूचकांक मामले के रूप में चुना गया। महिला फरवरी के शुरुआती दिनों से ही लंदन में थी। जांचकर्ताओं का कहना है कि कुछ मामले ऐसे सामने आए हैं, जहां शारीरिक दूरी का पालन किया गया था। इसके बाद भी वायरस का प्रसार हुआ। जांचकर्ताओं की टीम ने कहा कि वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि लंबी उड़ानों के दौरान SARS-CoV-2 का प्रसार कई लोगों में हो सकता है।
बिजनेस क्लास के लिए भी यह खतराबिजनेस क्लास में यात्रा कर रहे यात्रियों के लिए भी यह खतरा है। भले ही बिजनेस क्लास में यात्रियों के बीच दूरी रहती है, इसके बावजूद कोरोना वायरस के प्रसार का खतरा बना रहता है। एक ऐसा भी मामला सामने आया है, जहां एक दंपति ने 9 मार्च को बिजनेस क्लास में बोस्टन से हांगकांग के लिए उड़ान भरी थी। हांगकांग पहुंचने के बाद दोनों में लक्षण देखे गए, जिसके बाद जांच में दोनों संक्रमित मिले। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग से पता चला कि दो फ्लाइट अटेंडेंट्स भी कोरोना पॉजिटिव हैं।