राजस्थान / निर्दयी पिता ने नवजात को 50 हजार में बेचा, आरोपी 24 घंटे में गिरफ्तार

उदयपुर जिले के फलासिया थाना इलाके में एक नवजात बच्चे के खरीद-फरोख्त का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मासूम नवजात बच्चे का उसका पिता ही सौदागर बन गया। इस बेरहम पिता ने मासूम बच्चे को जन्म होते ही दलालों के हाथ बेच दिया। आरोपी व्यक्ति ने अपनी पत्नी को गुमराह कर रखा और बच्चे को दलालों के हाथों एक ऐसे निसंतान दंपत्ति को बेच दिया

Vikrant Shekhawat : Jun 25, 2021, 06:54 AM
उदयपुर। उदयपुर जिले के फलासिया थाना इलाके में एक नवजात बच्चे के खरीद-फरोख्त का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मासूम नवजात बच्चे का उसका पिता ही सौदागर बन गया। इस बेरहम पिता ने मासूम बच्चे को जन्म होते ही दलालों के हाथ बेच दिया। आरोपी व्यक्ति ने अपनी पत्नी को गुमराह कर रखा और बच्चे को दलालों के हाथों एक ऐसे निसंतान दंपत्ति को बेच दिया, जो सालों से बेऔलाद होने का दंश झेल रहे थे। बच्चे की मां ने जब पूरा मामला समझ आया तो उसने पुलिस से इसकी शिकायत  की। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी पिता सहित दलाल और बच्चे को खरीदने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है।

उदयपुर एसपी डॉ राजीव पचार ने बताया कि नवजात की मां की रिपोर्ट पर पुलिस ने कार्रवाई की है। पुलिस ने 15 दिन के नवजात का पता लगाया और महज 24 घंटे के भीतर नवजात बच्चे को खरीदने वाले दंपत्ति जो गुजरात के खेड़ब्रह्मा के रहने वाले हैं उन्हें पकड़ लिया। पुलिस ने इस मामले में बच्चा खरीदने के आरोपी जतिन भाई को गिरफ्तार किया है। कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए बच्चा मां के सुपुर्द कर दिया। एसपी ने बताया कि जतिन भाई की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उन दलालों तक भी पहुंच गई, जिन्होंने कुलदीप से बच्चा लेकर जतिन को ₹50 हजार में बेचा था। पुलिस ने दलालों, बच्चा खरीदने वाले दंपत्ति और बच्चा बेचने वाले पिता को गिरफ्तार किया है।

मासूम बच्चे के पिता कुलदीप आदिवासी क्षेत्र की एक महिला को लेकर गुजरात चला गया था, जहां दोनों पति-पत्नी के तौर पर साथ में रह रहे थे। इसके बाद 15 दिन पहले महिला ने पुत्र को जन्म दिया। कुलदीप इस बच्चे को नहीं रखना चाहता था, इसीलिए उसने बच्चा बीमार होने का बहाना बनाकर अपनी पत्नी को गुमराह किया और उसे अस्पताल ले जाने के बहाने फलासिया में सक्रिय दलाल और उसकी पत्नी को बेच दिया। यह दलाल गुजरात के एक दंपति के संपर्क में था। यह दंपत्ति नि:संतान थे इसीलिए उन्होंने गैर कानूनी तरह की से बच्चे को खरीद लिया।

कुलदीप अपनी पत्नी को बच्चा बीमार होने की बात बता रहा था, लेकिन करीब डेढ़ सप्ताह बीत जाने के बाद महिला को संदेह हुआ और उसने फलासिया थाने में मामला दर्ज करा दिया। महिला की रिपोर्ट पर ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है। साथ ही एसपी राजीव पचार ने आदिवासी अंचल के लोगों से अपील भी की है, यदि बच्चों के खरीद-फरोख्त से जुड़ी कोई भी सूचना मिले तो उसे तुरंत पुलिस के साथ साझा करें।