मानसून / बारिश के शुरुआती दौर में ही सौराष्ट्र के डैम हुए लबालब, 90 फीसदी से अधिक भर चुके 43 डैमों के लिए हाईअलर्ट जारी

मानसून के शुरुआती दौर में ही गुजरात में झमाझम बारिश का दौर जारी है। वहीं, गुजरात के सौराष्ट्र में हो रही बारिश से तो अब डैम भी लबालब होते जा रहे हैं। जोरदार बारिश के चलते बड़े डैमों में भी जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गुरुवार सुबह तक की स्थिति में सौराष्ट्र-कच्छ के 43 बांधों में 90 फीसदी से अधिक जलसंग्रह हो गया है। इसके चलते इन्हें अब हाइअलर्ट पर रख दिया गया है। इनमें से 22 डैम तो ओवरफ्लो होने की स्थिति में आ चुके हैं।

Vikrant Shekhawat : Jul 10, 2020, 10:40 PM

राजकोट. मानसून के शुरुआती दौर में ही गुजरात में झमाझम बारिश का दौर जारी है। वहीं, गुजरात के सौराष्ट्र में हो रही बारिश से तो अब डैम भी लबालब होते जा रहे हैं। जोरदार बारिश के चलते बड़े डैमों में भी  जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गुरुवार सुबह तक की स्थिति में सौराष्ट्र-कच्छ के 43 बांधों में 90 फीसदी से अधिक जलसंग्रह हो गया है। इसके चलते इन्हें अब हाइअलर्ट पर रख दिया गया है। इनमें से 22 डैम तो ओवरफ्लो होने की स्थिति में आ चुके हैं। वहीं, 10 बांधों में 80 फीसदी से अधिक तो सात में 70 फीसदी से अधिक जल संग्रह होने पर वार्निंग दर्शाते हुए अधिकारियों को मुश्तैद रहने के आदेश दिए गए हैं।


सौराष्ट्र के डैमों स्थिति सबसे अच्छी
गुजरात मे 205 प्रमुख डैम हैं, जिनमें से सौराष्ट्र रीजन के बांधों में जलसंग्रह की स्थिति सबसे अच्छी है। यहां हो रही भारी बारिश के चलते लगातार जलसंग्रह बढ़ रहा है। अब तक 43 बांधों को हाईअलर्ट घोषित किया जा चुका है। वहीं, 22 बांधों में क्षमता के मुकाबले सौ फीसदी जलसंग्रह हो चुका है। इन डैमों में 19 सौराष्ट्र रीजन के हैं तो तीन कच्छ रीजन के हैं। फिलहाल 145 बांध ऐसे हैं, जिनमें क्षमता के मुकाबले जलस्तर 70 फीसदी से कम है।

सरदार सरोवर डैम 121.72
राज्य के सबसे बड़े सरदार सरोवर डैम का जलस्तर गुरुवार सुबह तक 121.72 मीटर दर्ज किया गया। बांध में जलसंग्रह की क्षमता 9460 एमसीएम है। जिसके मुकाबले फिलहाल जलसंग्रह 5229 एमसीएम है, जो कुल क्षमता का 55.28 फीसदी है।