नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण 31 जुलाई तक स्कूल बंद होने के आलोक में शिक्षा निदेशालय (Directorate of Education) ने पूरी योजना बनाई है. दिल्ली के सभी सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के केजी से कक्षा 12 तक के छात्रों का शैक्षणिक नुकसान कम करने के लिए एक वैकल्पिक शिक्षा योजना तैयार की गई है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने सोमवार से दिल्ली सरकार (Delhi Government) के स्कूलों के छात्रों के लिए दूरस्थ शिक्षा (Distance Education) शुरू करने की घोषणा की है.
डिजिटल उपकरणों के संयोजन के माध्यम से बनाई रणनीति
इसके लिए माता-पिता और स्कूल प्रबंधन समितियों के सहयोग और डिजिटल उपकरणों के संयोजन के माध्यम से रणनीति बनाई गई है. छात्रों की शिक्षा के लिए तीन अलग-अलग रणनीतियों का पालन करने के लिए केजी से 12वीं तक कक्षाओं को तीन समूहों में बांटा गया है. बच्चों की सीखने की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर इनमें से प्रत्येक समूह के लिए अलग रणनीति पर काम होगा. पहले समूह में केजी से 8वीं तक, दूसरे समूह में 9वीं और 10वीं कक्षा को रखा गया है. तीसरे समूह में 11वीं और 12वीं कक्षा होगी
माता-पिता अपडेटेड वॉट्सऐप समूह से जुड़े
सभी स्कूलों के हेड को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि सभी कक्षा शिक्षक अपने स्टूडेंट्स और उनके माता-पिता अपडेटेड वॉट्सऐप समूह से जुड़े हों. शिक्षक उन माता-पिता के नंबर की सूची भी बनाएंगे, जो वॉट्सऐप पर उपलब्ध नहीं हैं. केजी से कक्षा 10 तक के छात्र जो पहले और दूसरे समूह में हैं, उन्हें वॉट्सऐप पर कक्षा शिक्षकों के माध्यम से विशेष रूप से तैयार किए गए वर्कशिट भेजने के लिए चरण दर चरण प्रक्रिया का निर्धारण किया गया है. जो माता-पिता वॉट्सऐप समूह में नहीं हैं, उनसे कक्षा शिक्षकों द्वारा फोन पर संपर्क किया जाएगा और पूरे सप्ताह के लिए वर्कशीट लेने के लिए स्कूल में आमंत्रित किया जाएगा. फिजिकल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए स्कूल में केवल माता-पिता को आमंत्रित किया जाएगा. पूर्ण असाइनमेंट को बच्चों या उनके माता-पिता द्वारा वॉट्सऐप के माध्यम से शिक्षक को वापस भेज दिया जाएगा.
12 विषयों की ऑनलाइन कक्षाएं अगले सप्ताह से
बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए 12 विषयों की ऑनलाइन कक्षाएं अगले सप्ताह से शुरू होंगी, जिनमें अधिकतम स्टूडेंट्स को शामिल करने का प्रयास है. प्रत्येक कक्षा लगभग 45 मिनट की होगी. प्रतिदिन अधिकतम दो कक्षाएं होंगी. स्कूल में संबंधित विषय शिक्षक अपने छात्रों के साथ फोन या वॉट्सऐप से अपनी शंकाओं का समाधान करेंगे. कक्षा 11 के छात्रों की कक्षाएं कक्षा 10 के बोर्ड परीक्षा परिणामों बाद शुरू होंगी. वैकल्पिक ऑनलाइन शिक्षण गतिविधियां भी समय-समय शुरू की जाएंगी ताकि स्टूडेंट्स को घर से शिक्षा पाने का और अवसर भी मिल सके. शिक्षा निदेशालय नियमित आधार पर मॉनिटरिंग करेगा.