Relationship / सेक्स ज्यादा-झगड़े कम, डेढ़ साल में कोरोना ने कितनी बदल दी कपल्स की बेडरूम लाइफ

कोरोना महामारी के शुरुआत दौर में कई एक्सपर्ट्स को लग रहा था कि कोविड-19 का तनाव लोगों की रोमांटिक लाइफ को तबाह कर देगा। लेकिन एक हालिया सर्वे में पता लगा है कि असल में महामारी के दौर ने लोगों के रिलेशनशिप को बेहतर बनाने का काम किया है। Monmouth University द्वारा फरवरी में जारी किया गया एक नेशनल सर्वे बताता है कि 70 फीसद रोमेंटिकली कमिटेड अमेरिकी अपने रिलेशनशिप से पूर्णत: संतुष्ट हैं।

Vikrant Shekhawat : Jul 18, 2021, 03:49 PM
Delhi: कोरोना महामारी के शुरुआत दौर में कई एक्सपर्ट्स को लग रहा था कि कोविड-19 का तनाव लोगों की रोमांटिक लाइफ को तबाह कर देगा। लेकिन एक हालिया सर्वे में पता लगा है कि असल में महामारी के दौर ने लोगों के रिलेशनशिप को बेहतर बनाने का काम किया है। Monmouth University द्वारा फरवरी में जारी किया गया एक नेशनल सर्वे बताता है कि 70 फीसद रोमेंटिकली कमिटेड अमेरिकी अपने रिलेशनशिप से पूर्णत: संतुष्ट हैं। यह आंकड़ा पिछले सर्वे के मुकाबले 11 प्वॉइंट ज्यादा है, जिसे यूनिवर्सिटी छह सालों से करवा रही है।

इन आंकड़ों की देखरेख करने वाले पार्टनरशिप साइकोलॉजिस्ट और डॉ। गैरी लेवांडोव्स्की कहते हैं, 'हम रिश्तों के प्रति एक कठोर नजरिया रखते हैं जिससे हमें रिलेशनशिप में संभावित समस्याओं को समझने में मदद मिलती है।' महामारी हो या न हो रिलेशनशिप में करीबी अपने आप नहीं आती हैं। कुछ शर्तें रिलेशनशिप को बाकियों की तुलना में ज्यादा मजबूत बनाती हैं।

न्यू जर्सी में रहने वाले 25 साल के डेनियल रॉक कॉप्लिन ने रिश्ते की इस गहराई को बारीकी से समझा है। पिछले साल लॉकडाउन में डेनियल अपनी गर्लफ्रेंड के साथ करीब एक साल तक क्वारनटीन रहे। लेकिन गर्लफ्रेंड के फैमिली के पास चले जाने के बाद दोनों को अलग-अलग रहना पड़ा। डेनियल कहते हैं कि गर्लफ्रेंड के साथ जुड़े रहने की कड़ी मेहनत ने उन्हें और करीब ला दिया।

डेनियल के मुताबिक, ऐसी परिस्थिति में आपके पास साथ रहने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं रहता है। इससे आपके मन में फालतू के ख्याल नहीं आते हैं। जैसे क्या मेरा पार्टनर मुझे वाकई पसंद करता है? या क्या मेरा पार्टनर मेरे साथ ही रहना चाहता है? डेनियल कहते हैं कि क्वारनटीन के दौरान मुझे एहसास हुआ कि हम वास्तव में एक-दूसरे से बात करके काफी खुश हो जाते हैं।

त्रिनिदाद के आईलैंड पर रहने वाली 27 साल की लतीफा लिवरपूल सात साल से अपने बॉयफ्रेंड के साथ हैं। उन्होंने बताया कि महामारी से पहले वे दोनों ट्रैवलिंग और पार्टी में ज्यादा व्यस्त रहते थे। लेकिन लॉकडाउन ने कपल्स को नए सिरे से एक दूसरे को समझने का मौका दिया। उन्होंने कहा, 'हम दोनों को अचानक एक दूसरे के फेवरेट टीवी शोज़ साथ बैठकर देखने का मौका मिला।'

लतीफा ने बताया कि उन्होंने असल में एक दूसरे को समझना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने पार्टनर के एक फेवरेट शो का जिक्र करते हुए बताया कि वो बड़ी दिलचस्पी के साथ उन्हें शो की बैकस्टोरी सुनाया करता था। इससे उन्हें उसके बचपन के बारे में भी काफी कुछ जानने का मौका मिला। लतीफा ने बताया कि पहले की तुलना में उनकी रोमांटिक लाइफ भी काफी बेहतर हुई और वे पहले ज्यादा इंटीमेट होने लगे।

मिनेसोटा में रहने 45 साल के ग्लेन इर्विन फ्लोरेस कहते हैं, 'मैं अपनी पत्नी के साथ रोजाना वॉक पर जाता था, जिससे उसे महसूस होता था कि मैं उसकी कितना परवाह करता हूं। हमारे बीच बढ़ी फिजिकल एक्टिविटी ने कठोर मुद्दों पर खुलकर बात करना आसान बना दिया था।'

फ्लोरेस ने कहा, 'मैंने शराब की लत छोड़ दी है। अब हम एक दूसरे के साथ समय बिताने लगे हैं। एक दूसरे को सुनने लगे हैं। शादी के बाद एक दूसरे को समय न देने की वजह से हमारा रिश्ता काफी खराब हुआ था। एक वक्त तो ऐसा आया जब हम मैरिज काउंसिलिंग के बारे में सोचने लगे थे।'

शिकागो स्थित कपल्स थैरापिस्ट शेमियाह डेरिक कहती हैं कि तनाव के बावजूद महामारी के कारण हुए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग ने भागती-दौड़ती जिंदगी को विराम देने का काम किया है। लोग अपने पार्टनर के साथ बेहतर क्वालिटी टाइम स्पेंड करने लगे हैं, जो अब से पहले कम ही देखा जाता था। इससे रिश्तों में अधिक घनिष्ठता भी आई है।