News18 : Sep 16, 2020, 04:09 PM
मुंबई। शिवसेना (Shiv Sena) ने बुधवार को राज्यसभा सदस्य (Rajya Sabha member) एवं अभिनेत्री जया बच्चन (Jaya Bachchan) का समर्थन किया। बच्चन ने उन लोगों की आलोचना की है जो दावा करते हैं कि फिल्म जगत नशे की लत से जूझ रहा है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में कहा, 'जो ऐसे दावे करते हैं, वे पाखंडी हैं और उनके बयान दोहरे मापदंडों वाले होते हैं। '
बच्चन ने मंगलवार को उन लोगों की आलोचना की थी जो फिल्म जगत की छवि खराब कर रहे हैं। इससे एक दिन पहले बीजेपी के लोकसभा सदस्य और भोजपुरी अभिनेता रवि किशन ने कहा था कि सिने जगत में मादक पदार्थ की लत की समस्या है। बच्चन के रूख का समर्थन करते हुए, मराठी दैनिक ने कहा, "उन सभी लोगों का डोपिंग परीक्षण किया जाना चाहिए जो कहते हैं कि फिल्म जगत में सभी कलाकार और तकनीशियन मादक पदार्थों के प्रभाव में रहते हैं।"दादा साहेब फाल्के ने रखी थी फिल्म जगत की नींवशिवसेना ने कहा कि भारतीय फिल्म जगत की नींव दादा साहेब फाल्के ने रखी थी जो महाराष्ट्र के रहने वाले थे। सिने जगत ने 'राजा हरिशचंद्र' जैसी मूक फिल्मों से शुरुआत की थी और लाखों लोगों की कड़ी मेहनत से इसने मौजूदा सफलता हासिल की है।मनोज कुमार ने किया देशभक्ति फिल्मों का निर्माणः शिवसेनादैनिक में कहा गया है कि सुनील दत्त और उनके सहकर्मी जवानों का मनोरंजन करने के लिए सीमा पर गए, मनोज कुमार ने हमेशा देशभक्ति से भरी फिल्मों का निर्माण किया जबकि राज कपूर की फिल्मों ने सामाजिक मुद्दों को उठाया। पार्टी ने कहा, ' कई कलाकारों ने आपातकाल के खिलाफ आवाज उठाई जिसके लिए उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ी।'
बच्चन ने मंगलवार को उन लोगों की आलोचना की थी जो फिल्म जगत की छवि खराब कर रहे हैं। इससे एक दिन पहले बीजेपी के लोकसभा सदस्य और भोजपुरी अभिनेता रवि किशन ने कहा था कि सिने जगत में मादक पदार्थ की लत की समस्या है। बच्चन के रूख का समर्थन करते हुए, मराठी दैनिक ने कहा, "उन सभी लोगों का डोपिंग परीक्षण किया जाना चाहिए जो कहते हैं कि फिल्म जगत में सभी कलाकार और तकनीशियन मादक पदार्थों के प्रभाव में रहते हैं।"दादा साहेब फाल्के ने रखी थी फिल्म जगत की नींवशिवसेना ने कहा कि भारतीय फिल्म जगत की नींव दादा साहेब फाल्के ने रखी थी जो महाराष्ट्र के रहने वाले थे। सिने जगत ने 'राजा हरिशचंद्र' जैसी मूक फिल्मों से शुरुआत की थी और लाखों लोगों की कड़ी मेहनत से इसने मौजूदा सफलता हासिल की है।मनोज कुमार ने किया देशभक्ति फिल्मों का निर्माणः शिवसेनादैनिक में कहा गया है कि सुनील दत्त और उनके सहकर्मी जवानों का मनोरंजन करने के लिए सीमा पर गए, मनोज कुमार ने हमेशा देशभक्ति से भरी फिल्मों का निर्माण किया जबकि राज कपूर की फिल्मों ने सामाजिक मुद्दों को उठाया। पार्टी ने कहा, ' कई कलाकारों ने आपातकाल के खिलाफ आवाज उठाई जिसके लिए उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ी।'