AMAR UJALA : Oct 06, 2019, 08:50 PM
मुंबई | आरे कालॉनी में काटे जा रहे पेड़ को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। छात्रों द्वारा मामले में हस्तक्षेप करते हुए मुख्य न्यायाधीश को पत्र भेजे जाने के बाद एक विशेष पीठ सात अक्तूबर (कल) को सुबह 10 बजे इस को इस मामले पर सुनवाई करेगी।
छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को आरे मामले में संज्ञान लेने के लिए पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को अपने विशेषाधिकारों का इस्तेमाल करते हुए मामले में तुरंत सुनवाई करनी चाहिए और पेड़ों के काटने पर रोक लगानी चाहिए।यह पत्र लॉ स्टूडेंट रिशव के जरिए लिखा गया है। उन्होंने कहा कि पेड़ों को काटने से रोकने की लड़ाई में अभी हार नहीं हुई है। मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखने वाले छात्रों के प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि इस मामले में अपील करने के लिए समय नहीं है। लिहाजा चीफ जस्टिस से गुहार लगाई गई है।
छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को आरे मामले में संज्ञान लेने के लिए पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को अपने विशेषाधिकारों का इस्तेमाल करते हुए मामले में तुरंत सुनवाई करनी चाहिए और पेड़ों के काटने पर रोक लगानी चाहिए।यह पत्र लॉ स्टूडेंट रिशव के जरिए लिखा गया है। उन्होंने कहा कि पेड़ों को काटने से रोकने की लड़ाई में अभी हार नहीं हुई है। मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखने वाले छात्रों के प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि इस मामले में अपील करने के लिए समय नहीं है। लिहाजा चीफ जस्टिस से गुहार लगाई गई है।
A delegation of students had written a letter to the Chief Justice of India earlier today, 'requesting SC to take cognizance in Mumbai's #Aarey matter, for stay in Tree-Axing undertaken by Municipal Corporation of Greater Mumbai with Mumbai Metro Rail Corporation & Mumbai Police' https://t.co/sHsL7st4Lm
— ANI (@ANI) October 6, 2019