Vikrant Shekhawat : Mar 11, 2024, 07:20 PM
Business News: पहले टाटा मोटर्स के स्पिलिट और उसके बाद टाटा संस के आईपीओ की खबरों ने टाटा ग्रुप की कई कंपनियों के शेयर में तेजी लाई. बीते हफ्ते सबसे ज्यादा तेजी करीब 35 प्रतिशत टाटा केमिकल्स के शेयर में देखने को मिली. लेकिन सोमवार को जब मार्केट खुला, तो टाटा ग्रुप की कई कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट देखी गई. टाटा केमिकल्स के शेयर में 10 प्रतिशत गिरावट रही और इसमें लोअर सर्किट लग गया. इसकी बड़ी वजह टाटा संस की लिस्टिंग को लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं आना और मार्केट में मुनाफा वसूली होनी रही.अगर हम टाटा ग्रुप की शेयर बाजार में लिस्टेड प्रमुश 5 कंपनियों के शेयर्स को देखें, तो टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा केमिकल्स, टाटा कंज्यूमर और टाटा पावर के शेयर्स में भारी गिरावट देखी गई. टाटा ग्रुप की सबसे वैल्यूएबल कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस इस सिनारियो से बाहर रही. इस गिरावट की वजह से टाटा ग्रुप की कंपनियों के टोटल मार्केट कैपिटलाइजेशन में हजारों करोड़ रुपए का नुकसान देखा गया.
टाटा ग्रुप की 5 प्रमुख कंपनियों को हुआ नुकसानअगर हम टाटा ग्रुप की 5 प्रमुख कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन में नुकसान को देखें तो सबसे ज्यादा गिरावट टाटा केमिकल्स में आई है. ये है दोपहर 12 बजे तक कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन (एमकैप) की स्थितिटाटा स्टील: 7 मार्च को मार्केट बंद होने पर टाटा स्टील का एमकैप 1,96,302.13 करोड़ रुपए था, जो 11 मार्च को दोपहर 12 बजे 1,91,995.35 करोड़ रुपए आ गया. इस तरह इसके एमकैप में 4,306.78 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ.टाटा मोटर्स:जिस कंपनी के स्पिलिट की खबरों से टाटा ग्रुप के शेयरों में तेजी दिखनी शुरू हुई. उसका मार्केट कैप 7 मार्च को 3,45,284.19 करोड़ रुपए था, जो 11 मार्च को 3,40,433.90 करोड़ रुपए पर आ गया, इस तरह इंवेस्टर्स को 4,850.29 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ.टाटा केमिकल्स : टाटा ग्रुप के शेयर्स में लोअर सर्किट को इसी कंपनी के शेयर ने छुआ. इसका एमकैप 7 मार्च को 33,497.90 करोड़ रुपए था, जो 11 मार्च को घटकर 29,989.91 करोड़ रुपए तक आ गया. इस तरह इंवेस्टर्स के 3508 करोड़ डूब गए.टाटा कंज्यूमर :टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड का मार्केट कैपिटलाइजेशन 7 मार्च को 1,20,152.46 करोड़ रुपए था, जो 11 मार्च को 1,16,646.04 करोड़ रुपए पर आ गया. इस तरह इसके टोटल एमकैप में 3,506.42 करोड़ रुपए की कमी आई है.टाटा पावर : टाटा पावर का एमकैप पिछले ट्रेडिंग डे में 1,35,785.95 करोड़ रुपए पर बंद हुआ था, जो 11 मार्च को बाजार खुलने के बाद दोपहर 12 बजे तक 1,31,632.01 करोड़ रुपए पर आ गया. इस तरह इसमें 4,153.94 करोड़ रुपए की गिरावट देखी गई है.आखिर क्या है Tata Sons की लिस्टिंग का मामला?जिस टाटा संस की लिस्टिंग को लेकर मार्केट में टाटा ग्रुप के शेयर बैठ गए. आखिर वह मामला क्या है? दरअसल टाटा संस, टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी है जो ग्रुप की कई कंपनियों की प्राइमरी इंवेस्टर है. भारतीय रिजर्व बैंक ने इस कंपनी को अपर लेयर एनबीएफसी के तौर पर क्लासीफाइड किया है, जिसके चलते टाटा संस को सितंबर 2025 तक शेयर मार्केट में लिस्ट कराया जाना है. टाटा ग्रुप इसके अल्टरनेटिव ढूंढने रही है.
टाटा ग्रुप की 5 प्रमुख कंपनियों को हुआ नुकसानअगर हम टाटा ग्रुप की 5 प्रमुख कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन में नुकसान को देखें तो सबसे ज्यादा गिरावट टाटा केमिकल्स में आई है. ये है दोपहर 12 बजे तक कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन (एमकैप) की स्थितिटाटा स्टील: 7 मार्च को मार्केट बंद होने पर टाटा स्टील का एमकैप 1,96,302.13 करोड़ रुपए था, जो 11 मार्च को दोपहर 12 बजे 1,91,995.35 करोड़ रुपए आ गया. इस तरह इसके एमकैप में 4,306.78 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ.टाटा मोटर्स:जिस कंपनी के स्पिलिट की खबरों से टाटा ग्रुप के शेयरों में तेजी दिखनी शुरू हुई. उसका मार्केट कैप 7 मार्च को 3,45,284.19 करोड़ रुपए था, जो 11 मार्च को 3,40,433.90 करोड़ रुपए पर आ गया, इस तरह इंवेस्टर्स को 4,850.29 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ.टाटा केमिकल्स : टाटा ग्रुप के शेयर्स में लोअर सर्किट को इसी कंपनी के शेयर ने छुआ. इसका एमकैप 7 मार्च को 33,497.90 करोड़ रुपए था, जो 11 मार्च को घटकर 29,989.91 करोड़ रुपए तक आ गया. इस तरह इंवेस्टर्स के 3508 करोड़ डूब गए.टाटा कंज्यूमर :टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड का मार्केट कैपिटलाइजेशन 7 मार्च को 1,20,152.46 करोड़ रुपए था, जो 11 मार्च को 1,16,646.04 करोड़ रुपए पर आ गया. इस तरह इसके टोटल एमकैप में 3,506.42 करोड़ रुपए की कमी आई है.टाटा पावर : टाटा पावर का एमकैप पिछले ट्रेडिंग डे में 1,35,785.95 करोड़ रुपए पर बंद हुआ था, जो 11 मार्च को बाजार खुलने के बाद दोपहर 12 बजे तक 1,31,632.01 करोड़ रुपए पर आ गया. इस तरह इसमें 4,153.94 करोड़ रुपए की गिरावट देखी गई है.आखिर क्या है Tata Sons की लिस्टिंग का मामला?जिस टाटा संस की लिस्टिंग को लेकर मार्केट में टाटा ग्रुप के शेयर बैठ गए. आखिर वह मामला क्या है? दरअसल टाटा संस, टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी है जो ग्रुप की कई कंपनियों की प्राइमरी इंवेस्टर है. भारतीय रिजर्व बैंक ने इस कंपनी को अपर लेयर एनबीएफसी के तौर पर क्लासीफाइड किया है, जिसके चलते टाटा संस को सितंबर 2025 तक शेयर मार्केट में लिस्ट कराया जाना है. टाटा ग्रुप इसके अल्टरनेटिव ढूंढने रही है.