लंदन / 11 साल की लड़की को टीचर ने दिया होमवर्क- बताइए पॉर्नोग्राफी क्या होती है

ब्रिटेन में एक 11 साल की लड़की की मां उस वक्त हैरान रह गई, जब उन्होंने अपनी बेटी के होमवर्क में पॉर्नोग्राफी से संबंधित सवाल देखे। उनकी बेटी की टीचर ने होमवर्क में पॉर्नोग्राफी को लेकर कई सवाल पूछे थे। 11 साल की लड़की से टीचर ने होमवर्क में सवाल पूछा था- बताइए पॉर्नोग्राफी क्या है, सॉफ्ट पॉर्न किसे कहते हैं, हार्ड पॉर्न क्या है, रिवेंज पॉर्न किसे कहते हैं, सेक्सटिंग क्या होती है?

News18 : May 20, 2020, 09:18 AM
लंदन: ब्रिटेन (Britain) में एक 11 साल की लड़की की मां उस वक्त हैरान रह गई, जब उन्होंने अपनी बेटी के होमवर्क में पॉर्नोग्राफी (Pornography) से संबंधित सवाल देखे। उनकी बेटी की टीचर ने होमवर्क में पॉर्नोग्राफी को लेकर कई सवाल पूछे थे।

11 साल की लड़की से टीचर ने होमवर्क में सवाल पूछा था- बताइए पॉर्नोग्राफी क्या है, सॉफ्ट पॉर्न किसे कहते हैं, हार्ड पॉर्न क्या है, रिवेंज पॉर्न किसे कहते हैं, सेक्सटिंग क्या होती है? इन सवालों को देखकर बच्ची की मां परेशान हो गई।

डेली स्टार की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये घटना ईस्ट हल इलाके की है। ये सवाल आर्कबिशप सेंटमाउ एकेडमी में पर्सनल, सोशल एंड हेल्थ एजुकेशन के सब्जेक्ट से पूछे गए थे। ये सवाल 7वीं, 8वीं और 9वीं क्लास के स्टूडेंट्स से पूछे गए थे।

11 साल से लेकर 14 साल की उम्र के बच्चों से पॉर्नोग्राफी, सॉफ्ट पॉर्न, हार्डकोर पॉर्न, ट्रांससेक्सुएल पॉर्नोग्राफी, वेट ड्रीम्स, ट्रैफिकिंग जैसे सवाल पूछे गए थे। एक बच्चे की मां ने फेसबुक पोस्ट के जरिए ये जानकारी साझा की।

एक मां ने लिखा है कि मेरी बच्ची अभी छोटी है। वो बहुत मासूम और शर्मीली है। पिछले साल तक वो प्राइमरी स्कूल में थी। वो अपनी बेहतरीन जिंदगी जी रही थी। अब उसे हॉर्डकोर पॉर्न के बारे में सर्च करने को कहा जा रहा है।

मां ने लिखा है कि उनकी बेटी सिर्फ 11 साल की है। उसके लिए ये खतरनाक है। सेक्स एजुकेशन की बात अलग है। लेकिन यहां पॉर्न को लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि मैं इस बात को लेकर परेशान हूं कि अगर किसी बच्चे ने इसकी जानकारी के लिए सर्च किया तो उसे किन चीजों को देखना पड़ सकता है।

मां ने लिखा है कि 11 साल की उम्र गुड्डे गुड़ियों से खेलने का होता है। अगर इस उम्र में वो इन सब चीजों को देखेंगे तो कभी अनदेखा नहीं कर पाएंगे। उन्होंने लिखा है कि समझ नहीं आता कि स्कूलों में क्या पढ़ाया जा रहा है। हमलोग सिर्फ इसलिए इस बारे में जान पाए क्योंकि ये होमवर्क में दिया गया था।

मां ने लिखा है कि बच्चों को गूगल सर्च करने को कहा गया है। उन्होंने लिखा है कि इसपर उन्होंने गूगल पर सर्च भी किया लेकिन जो तस्वीरें सामने आईं वो काफी डिस्टर्ब करने वाली थीं। मुझे नहीं लगता कि इतनी कम उम्र की लड़कियां इसे बर्दाश्त कर पाएंगी।

इस मामले पर अभिभावकों के आपत्ति जताने के बाद अब स्कूल प्रशासन ने माफी मांगी है। उन्होंने कहा है कि बच्चों को इन सब चीजों को ऑनलाइन सर्च करने की जरूरत नहीं है।