Vikrant Shekhawat : Jun 20, 2021, 08:05 AM
Sardarshahar: भानीपुरा थाने (Bhanipura Thana) के गांव भोजासर बड़ा में 10 जून को दोपहर अपने घर में सो रही प्रसूता की किसी अज्ञात ने हत्या (Murder) कर दी थी, जिसका पुलिस के देर रात किये खुलासे में उसकी छोटी बहन हत्यारी निकली, जिस को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, 10 जून को भोजासर बड़ा से फोन आया कि मनीराम स्वामी के घर में उनकी पत्नी और शादीशुदा दो लड़कियां सो रही थी। दोपहर सोते वक्त बड़ी बहन मंजू पत्नी सुरेंद्र दास जिसके 4 दिन पहले लड़की हुई थी, उसकी धारदार हथियार से सिर में चोट मारकर उसकी छोटी बहन रचना स्वामी ने ही हत्या कर दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तथा मौका मुआयना कर मामला दर्ज किया।
इस प्रकार रहे घटना के तथ्य 2015 में मनीराम स्वामी की दो बेटियों मंजू और रचना की शादी पांडूसर निवासी सुरेंद्र एवं अमित स्वामी के साथ हुई थी। सुरेंद्र और अमित के मामा नहीं होने के कारण सुरेंद्र और उसकी पत्नी नानी के पास शिमला गांव में रहते थे। मंजू पांचवी पास और उसकी बहन 12वीं पास है। मंजू के पूर्व से दो लड़के हैं। तीसरी संतान घटना के 4 दिन पहले बेटी के रूप में हुई थी। छोटी बहन रचना के भी दो बच्चे हैं। मंजू शरीर के रूप में स्वास्थ्य हष्ट पुष्ट थी तथा पीहर और ससुराल में सब की चहेती थी जबकि छोटी बहन रचना दुबली पतली थी और घर का काम कम करती थी। इसके कारण मंजू को सभी पसंद करते थे।
रचना बड़ी बहन के बारे में सोचती थी गलत बातेंरचना मंजू और अपने पति अमित के बारे में गलत धारणा लेकर चलती थी। घटना के दिन मंजू और रचना अपने बच्चों के साथ घर के अंदर कमरे में सो रही थी। इससे पूर्व मंजू ने 48 मिनट तक अपने पति सुरेन्द्र से बात की। इस दौरान मंजू और रचना में कहासुनी हो गई तो रचना ने पास में पड़ी लोहे की शाभल (लोहे का डंडा) से हमला कर दिया, जिस कारण मंजू की मौत हो गई। मौत के बाद रचना ने लोहे के साबल को शौचालय के कुएं में डाल दिया।
महिला अनुसंधान सेल चूरु ओमप्रकाश गोदारा के प्रयास से हुआ घटना का पर्दाफाशगुरुवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेंद्र फौजदार के नेतृत्व में पूरी टीम ने घटनास्थल पर बारीकी से जांच पड़ताल की तथा पूरे घर की तलाशी ली। इसके पश्चात फौजदार ने पूरी टीम से चर्चा की तो ओमप्रकाश गोदारा ने कहा कि शौचालय की कुई और कुंड की तलाशी ली जानी है। उसमें कुछ क्लू मिल सकते हैं। कल सुबह टीम ने शौचालय और कुंड की तलाशी ली तो शौचालय की कुई में लोहे के साबल मिल गई। इसके बाद रचना से पूछताछ की गई तो उसने पूरा राज उगल दिया। पुलिस ने रचना को गिरफ्तार कर लिया।
जांच टीम में शामिल थे ये लोगघटना के गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेंद्र फौजदार के नेतृत्व में डीएसपी सरदारशहर नरेंद्र शर्मा, महिला अनुसंधान सेल चूरू ओमप्रकाश गोदारा, आरपीएस ममता सारस्वत, संचित निरीक्षक रणवीर सिंह साईं, उप निरीक्षक जसवीर कुमार, भानीपुरा थाना अधिकारी मलकीत सिंह, एएसआई संतोष, एएसआई रिछपाल सिंह, कांस्टेबल राजेंद्र प्रसाद, राजेंद्र कुमार, अनिल कुमार, विनोद कुमार, सुरेंद्र कुमार, दीपिका, सुलेख, प्रियंका की टीम बनाई गई, जिस की लगातार मॉनिटरिंग पुलिस अधीक्षक ने की।
मामले का खुलासा करने में डीएसपी ओमप्रकाश गोदारा की रही अहम भूमिकापूरे मामले में पुलिस लगातार आरोपी तक पहुंचने की कोशिश कर रही थी, वहीं, मामले में पहले मृतका के भाई ने मृतका के पति सुरेंद्र पर ही हत्या का शक जताया था। पुलिस सुरेंद्र से 2 दिन तक पूछताछ करती रही लेकिन बाद में यह तय हो गया कि सुरेंद्र ने हत्या नहीं की। लेकिन पुलिस को अभी भी समझ में नहीं आ रहा था कि हत्या किसने की? मामले में डीएसपी ओमप्रकाश गोदारा ने अहम क्लू निकाले और मृतका की छोटी बहन रचना पर हत्या करने का अंदेशा जताया, जो आखिरकार सच साबित हुआ। ओमप्रकाश गोदारा के अनुसार, मृतका की बहन रचना और मृतका के बीच अनबन ही रहती थी। मृतका की बहन रचना से जब गहनता से पूछताछ की गई तो रचना ने सब सच उगल दिया।
इस प्रकार रहे घटना के तथ्य 2015 में मनीराम स्वामी की दो बेटियों मंजू और रचना की शादी पांडूसर निवासी सुरेंद्र एवं अमित स्वामी के साथ हुई थी। सुरेंद्र और अमित के मामा नहीं होने के कारण सुरेंद्र और उसकी पत्नी नानी के पास शिमला गांव में रहते थे। मंजू पांचवी पास और उसकी बहन 12वीं पास है। मंजू के पूर्व से दो लड़के हैं। तीसरी संतान घटना के 4 दिन पहले बेटी के रूप में हुई थी। छोटी बहन रचना के भी दो बच्चे हैं। मंजू शरीर के रूप में स्वास्थ्य हष्ट पुष्ट थी तथा पीहर और ससुराल में सब की चहेती थी जबकि छोटी बहन रचना दुबली पतली थी और घर का काम कम करती थी। इसके कारण मंजू को सभी पसंद करते थे।
रचना बड़ी बहन के बारे में सोचती थी गलत बातेंरचना मंजू और अपने पति अमित के बारे में गलत धारणा लेकर चलती थी। घटना के दिन मंजू और रचना अपने बच्चों के साथ घर के अंदर कमरे में सो रही थी। इससे पूर्व मंजू ने 48 मिनट तक अपने पति सुरेन्द्र से बात की। इस दौरान मंजू और रचना में कहासुनी हो गई तो रचना ने पास में पड़ी लोहे की शाभल (लोहे का डंडा) से हमला कर दिया, जिस कारण मंजू की मौत हो गई। मौत के बाद रचना ने लोहे के साबल को शौचालय के कुएं में डाल दिया।
महिला अनुसंधान सेल चूरु ओमप्रकाश गोदारा के प्रयास से हुआ घटना का पर्दाफाशगुरुवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेंद्र फौजदार के नेतृत्व में पूरी टीम ने घटनास्थल पर बारीकी से जांच पड़ताल की तथा पूरे घर की तलाशी ली। इसके पश्चात फौजदार ने पूरी टीम से चर्चा की तो ओमप्रकाश गोदारा ने कहा कि शौचालय की कुई और कुंड की तलाशी ली जानी है। उसमें कुछ क्लू मिल सकते हैं। कल सुबह टीम ने शौचालय और कुंड की तलाशी ली तो शौचालय की कुई में लोहे के साबल मिल गई। इसके बाद रचना से पूछताछ की गई तो उसने पूरा राज उगल दिया। पुलिस ने रचना को गिरफ्तार कर लिया।
जांच टीम में शामिल थे ये लोगघटना के गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेंद्र फौजदार के नेतृत्व में डीएसपी सरदारशहर नरेंद्र शर्मा, महिला अनुसंधान सेल चूरू ओमप्रकाश गोदारा, आरपीएस ममता सारस्वत, संचित निरीक्षक रणवीर सिंह साईं, उप निरीक्षक जसवीर कुमार, भानीपुरा थाना अधिकारी मलकीत सिंह, एएसआई संतोष, एएसआई रिछपाल सिंह, कांस्टेबल राजेंद्र प्रसाद, राजेंद्र कुमार, अनिल कुमार, विनोद कुमार, सुरेंद्र कुमार, दीपिका, सुलेख, प्रियंका की टीम बनाई गई, जिस की लगातार मॉनिटरिंग पुलिस अधीक्षक ने की।
मामले का खुलासा करने में डीएसपी ओमप्रकाश गोदारा की रही अहम भूमिकापूरे मामले में पुलिस लगातार आरोपी तक पहुंचने की कोशिश कर रही थी, वहीं, मामले में पहले मृतका के भाई ने मृतका के पति सुरेंद्र पर ही हत्या का शक जताया था। पुलिस सुरेंद्र से 2 दिन तक पूछताछ करती रही लेकिन बाद में यह तय हो गया कि सुरेंद्र ने हत्या नहीं की। लेकिन पुलिस को अभी भी समझ में नहीं आ रहा था कि हत्या किसने की? मामले में डीएसपी ओमप्रकाश गोदारा ने अहम क्लू निकाले और मृतका की छोटी बहन रचना पर हत्या करने का अंदेशा जताया, जो आखिरकार सच साबित हुआ। ओमप्रकाश गोदारा के अनुसार, मृतका की बहन रचना और मृतका के बीच अनबन ही रहती थी। मृतका की बहन रचना से जब गहनता से पूछताछ की गई तो रचना ने सब सच उगल दिया।