Zee News : Sep 07, 2020, 04:20 PM
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने कहा कि देश की आकांक्षाओं को पूरा करने का महत्वपूर्ण माध्यम शिक्षा नीति होती है। इसलिए शिक्षा नीति में सरकार का दखल और प्रभाव कम से कम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति से शिक्षक, अभिभावक और छात्र छात्राएं जितना जुड़े रहेंगे, उतना ही प्रासंगिक रहेगा। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के लिए देश भर से करीब 2 लाख से ज्यादा लोगों ने अपने सुझाव दिए थे। उन सब सुझावों का अध्ययन करने के बाद इस नीति को अंतिम रूप दिया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति रटने के बजाय सीखने पर फोकस करती है, यह Curriculum से आगे बढ़कर Critical Thinking पर ज़ोर देती है। इस पॉलिसी में Process से ज्यादा Passion, Practicality और Performance पर बल दिया गया है। इसमें foundational, learning और languages पर भी फोकस है। इसमें learning Outcomes और teacher training पर भी फोकस है। इसमें access और assessment को लेकर भी व्यापक सुधार किए गए हैं। इसमें हर student को empower करने का रास्ता भी दिखाया गया है। लंबे समय से ये बातें उठती रही हैं कि हमारे बच्चे बैग और बोर्ड एग्ज़ाम के बोझ तले दबे हैं। उन पर परिवार और समाज का दबाव भी हावी होता जा रहा है। इस नई शिक्षा नीति में इन सब समस्याओं का प्रभावी तरीके से निदान किया गया है। पीएम ने कहा कि नई शिक्षा नीति में बिना दबाव के, बिना अभाव और बिना प्रभाव के सीखने के लोकतांत्रिक मूल्यों को हमारी शिक्षा व्वयस्था का हिस्सा बनाया गया है। इस ऑनलाइन बैठक को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी शामिल रहे। इस कार्यक्रम में देश भर के तमाम राज्यपाल और विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने भी भाग लिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति रटने के बजाय सीखने पर फोकस करती है, यह Curriculum से आगे बढ़कर Critical Thinking पर ज़ोर देती है। इस पॉलिसी में Process से ज्यादा Passion, Practicality और Performance पर बल दिया गया है। इसमें foundational, learning और languages पर भी फोकस है। इसमें learning Outcomes और teacher training पर भी फोकस है। इसमें access और assessment को लेकर भी व्यापक सुधार किए गए हैं। इसमें हर student को empower करने का रास्ता भी दिखाया गया है। लंबे समय से ये बातें उठती रही हैं कि हमारे बच्चे बैग और बोर्ड एग्ज़ाम के बोझ तले दबे हैं। उन पर परिवार और समाज का दबाव भी हावी होता जा रहा है। इस नई शिक्षा नीति में इन सब समस्याओं का प्रभावी तरीके से निदान किया गया है। पीएम ने कहा कि नई शिक्षा नीति में बिना दबाव के, बिना अभाव और बिना प्रभाव के सीखने के लोकतांत्रिक मूल्यों को हमारी शिक्षा व्वयस्था का हिस्सा बनाया गया है। इस ऑनलाइन बैठक को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी शामिल रहे। इस कार्यक्रम में देश भर के तमाम राज्यपाल और विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने भी भाग लिया।