नई दिल्ली / क्राइम पेट्रोल देखकर बनाई फर्ज़ी लूट की कहानी, अपनी शादी के लिए जुटाना था पैसा

दिल्ली के एक युवक द्वारा फर्ज़ी लूट की कहानी बनाने का मामला सामने आया है। युवक के मालिक ने उसे ₹10 लाख की खरीदारी करने भेजा था लेकिन उसने बताया कि रास्ते में उसके साथ लूटपाट हो गई। पुलिस जांच में पता चला कि क्राइम पेट्रोल से प्रभावित युवक ने कहानी बनाई जिससे अपनी शादी के लिए पैसे जुटा सके। आरोपी गगनदीप की 20 जुलाई को उसकी महिला मित्र से शादी होनी है।

Vikrant Shekhawat : Jul 15, 2019, 11:35 AM
बाहरी दिल्ली के नरेला इलाके में 22 वर्षीय एक युवक ने अपनी शादी में धन जुटाने के लिये मित्र के साथ मिलकर फर्जी लूट का नाटक रचा, जिसका पर्दाफाश कर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के अनुसार आरोपी गगनदीप की 20 जुलाई को उसकी महिला मित्र से शादी होनी है, जिसके लिये उसे धन की जरूरत थी। इसके लिये उसने अपने मित्र राघव (30) के साथ झूठी कहानी गढ़ी।

पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर उनके पास से 10 लाख रुपये बरामद किये।

पुलिस के अनुसार गगनदीप अपराध पर आधारित टीवी धारावाहिक 'क्राइम पेट्रोल' का नियमित दर्शक है। इस धारावाहिक के जरिये ही उसे पुलिस से बचने के हथकंडों को पता चला और उसने गिरफ्तारी से बचने के लिये कहानी गढ़ी। उसने अपने दोस्त विवेक से बात करने के लिये अपने फोन का इस्तेमाल न कर राहगीर के फोन का इस्तेमाल किया ताकि पुलिस उसका पता न लगा सके।

पुलिस ने कहा कि स्वरूप नगर के निवासी गगनदीप ने अपनी योजना को अंजाम देते हुए 11-12 जुलाई की दरम्यानी रात को नरेला औद्योगिक इलाके में अपने साथ 10 लाख रुपये की लूट की सूचना दी।

पुलिस उपायुक्त (बाहरी-उत्तरी) गौरव शर्मा ने बताया कि गगनदीप ने अपनी शिकायत में कहा कि वह आशीष गर्ग के साथ नरेला के डीएसआईआईडीसी औद्योगिक इलाके में काम करता है। उसके नियोक्ता ने उसे 10 लाख रुपये की खरीदारी के लिये करोलबाग भेजा था। उसने दावा किया कि शाम सात बजकर 15 मिनट पर जब वह नरेला के डीएसआईआईडीसी वापसी के दौरान होलांबी कलां पहुंचा तो मोटरसाइकिल पर सवार दो लोगों ने उसकी मोटरसाइकिल को ओवरटेक किया और उससे नकदी भरा बैग छीनकर फरार हो गए।

अधिकारी ने कहा कि जांच में पता चला कि गगनदीप ने घटना की जानकारी देने के लिये 100 नंबर पर फोन नहीं किया और उसने अशोक विहार के बेदान पुरा के पास फोन बंद कर दिया। उसने राहगीर से फोन लेकर अपने नियोक्ता को फोन किया।

राहगीर ने पुलिस को बताया कि गगनदीप ने कहा कि कुछ लड़कों ने उसका नकदी भरा बैग और फोन लूट लिया।

डीसीपी ने कहा कि आरोपी ने कहा कि उसने 100 मीटर तक लुटेरों का पीछा किया, वे जीटी करनाल रोड की ओर मुड़ गए। उसने कहा कि बदमाशों का पीछा करते समय उसकी मोटरसाइकिल में कुछ खराबी आ गई और वह उसे ठीक कराने मिस्त्री के पास ले गया।

अधिकारी ने कहा कि मिस्त्री ने बताया कि मोटरसाइकिल चालू करने वाले खटके का तार खींचा गया था और यह तब तक नहीं हो सकता जब तक कोई जानबूझकर ऐसा नहीं करता।

पुलिस ने कहा कि जांच में खुलासा हुआ है कि गगनदीप को उसके नियोक्ता का विश्वास हासिल था। उसने अपने मित्र राघव के साथ मिलकर झूठी कहानी गढ़ी। राघव को भी धन की जरूरत थी क्योंकि उसने अपने निवास स्थान बुलंदशहर के चंडोक जिले में किसी से कर्ज ले रखा था।