Dainik Bhaskar : Jul 22, 2019, 04:07 PM
जयपुर/फागी. बजरी तस्करी के खिलाफ प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई विवादों के घेरे में फंस चुकी हैं। करोड़ों रुपए की अवैध जब्त बजरी की निगरानी करना प्रशासन के लिए गलफांस बन गई। राजस्व विभाग ने जब्त बजरी पंचायत को सुपुर्द कर दिया, लेकिन हिस्ट्रीशीटर व यूपी, बिहार, पंजाब जैसे इलाके से आए बदमाश बजरी तस्करी में शामिल है इनके खौफ के आगे पंचायत प्रशासन बौना साबित हो रहा है।गांवों से रातोरात बजरी माफिया हजारों टन बजरी चुराकर ट्रकों में भर ले गए। सरपंचों ने सुरक्षा काे लेकर हाथ खड़े कर दिए। डिडावता की महिला सरपंच रामपति देवी ने कहा पुलिस से ही बजरी माफिया नहीं रुक रहे ताे हम कैसे रोकें। डिडावता के चारागाह में पड़ी 85 हजार टन बजरी की सुरक्षा का जिम्मा पटवारी के माध्यम से सरपंच प्रतिनिधि रामप्रसाद जाट काे साैंपा था।सरपंच रामपति देवी बताया कि मेरे पास सुरक्षाकर्मी नहीं है। मुझे जबरदस्ती बजरी की सुरक्षा दी गई है। दूसरी ओर, ग्राम कुंडली में रामकिशाेर, रामेश्वर लाल औैर महावीर 1200 टन, दोसरा में एक महिला के खिलाफ 2500 टन, डिडावता चारागाह में 85 हजार टन, डिडावता में ही गंगाराम 30000, मुकुंदपुरा में लाला राम, कैलाश 45000 टन, जगदीश, हनुमान , गणेश के पास 100 टन, मुकुंदपुरा के चारागाह में कजाेड गुर्जर की 50 हजार टन व रामराज गुर्जर की 30 हजार टन, कल्याण की 35 हजार टन सहित बाकी अन्य लाेगाें की बजरी का स्टॉक जमा है।