Cricket / जिन अंपायरों से Shakib Al Hasan ने की थी बदतमीजी, अब उन पर ही लटकी तलवार, मिल सकती है बड़ी सजा

दुनिया के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक बांग्‍लादेश के शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) अपने खराब बर्ताव के चलते एक बड़े विवाद में फंस गए। ढाका प्रीमियर लीग के एक मैच के दौरान शाकिब मैदानी अंपायर से लड़ पड़े, इतना ही नहीं गुस्से में उन्होंने स्टंप तक उखाड़ डाले। जिसके बाद उनको इसके लिए सजा भी दी गई।

Vikrant Shekhawat : Jun 15, 2021, 04:59 PM
नई दिल्‍ली: दुनिया के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक बांग्‍लादेश के शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) अपने खराब बर्ताव के चलते एक बड़े विवाद में फंस गए। ढाका प्रीमियर लीग के एक मैच के दौरान शाकिब मैदानी अंपायर से लड़ पड़े, इतना ही नहीं गुस्से में उन्होंने स्टंप तक उखाड़ डाले। जिसके बाद उनको इसके लिए सजा भी दी गई। 


शाकिब पर 4 मैचों का बैन

ESPNcricinfo की खबर के अनुसार, ‘मोहम्मडन स्पोर्टिंग' के कप्तान शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) पर ढाका प्रीमियर लीग के दौरान उनकी तुनकमिजाजी के कारण 3 मैचों का प्रतिबंध लगा दिया गया है। इतना ही नहीं उन पर 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। 


अंपायर से कर दी थी बदतमीजी

दरअसल ढाका प्रीमियर लीग 2021 (DPL) में मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब और अभानी लिमिटेड के बीच एक मुकाबला खेला जा रहा है । इस मुकाबले में शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) एक बार नहीं दो बार गुस्से में अपना आपा खो बैठे। इस मैच में शाकिब गेंदबाजी करने उतरे और अपने पहले ही ओवर में उन्होंने मुशफिकुर रहीम को चकमा देकर अंपायर से आउट की अपील की लेकिन अंपायर में मना कर दिया। जिसके बाद शाकिब गुस्से में आ गए और स्टंप पर लात मारी। 

इतना ही नहीं  शाकिब ने इसी मैच में एक बार फिर गुस्सा दिखाया, और अंपायर पर चिल्लाते हुए आए। जिसके बाद गुस्से में उन्होंने हाथों से स्टंप उखाड़ दिए और मैदान पर फेंक दिए। शाकिब का यह रवैया बेहद ही खराब था।


अब फंस सकते हैं अंपायर भी

शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) को 4 मैचों से बाहर किए जाने के बाद अब उन अंपायरों के ऊपर भी तलवार लटकती नजर आ रही है जिनके साथ इस खिलाड़ी ने बदतमीजी की थी। बता दें कि अब बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के अध्यक्ष नजमुल हसन ने ढाका प्रीमियर लीग (DPL) में पक्षपाती अंपारिंग के आरोप की जांच करने के समिति गठित की है। बीसीबी प्रमुख ने कहा कि चूंकि उन्हें किसी क्लब या खिलाड़ियों से पक्षपाती अंपारिंग की आधिकारिक शिकायत नहीं मिली है, इसलिए उन्होंने समिति का गठन किया है जो 12 क्लबों के साथ बात करेगी और परेशानी के बारे में विस्तृत जानकारी लेगी।